वारिसलीगंज का सूरज हत्या के प्रकरण में पिछले 11 महीनों से बंद है। दुर्दांत कैदियों के बीच दिनचर्या लेकिन, उसके बाद भी एक बड़ी उपलब्धि उसने प्राप्त कर ली है। आईआईटी (जेएएम) की परीक्षा उत्तीर्ण करके उसने राष्ट्रीय स्तर पर 54वीं रैंकिंग प्राप्त की है।
कहते हैं, जिसके अंदर प्रतिभा होती है, वह परिस्थितियों पर मात करके अपने गंतव्य तक पहुंच जाता है। ऐसा ही नाम इन दिनों चर्चा में आया है, सूरज का जो नवादा कारागृह में 11 महीनों से एक हत्या के प्रकरण में बंद है। कारागृह के इस बंदीकाल में भी सूरज ने अपनी पढ़ने की इच्छाशक्ति को नहीं छोड़ा। उसने बिना किसी मार्गदर्शन के पढ़ाई की, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ( जॉइंट एडमीशन टेस्ट) को बहुत ही अच्छे नंबर से पास किया। उसका देश में 54 रैंक आया है और उसे अब आईआईटी रूड़की में मास्टर्स की पढ़ाई के लिए प्रवेश मिला है।
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यह है आरोप
सूरज पर आरोप है कि, उसने अपना गांव वारिसलीगंज के 45 वर्षीय संजय यादव को बुरी तरह से पीट दिया था। इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए संजय की बाद में मौत हो गई। इसके बाद हत्या के आरोप में पुलिस ने सूरज को गिरफ्तार कर लिया है। वह तभी से नवादा जेल में बंद हैं।