झारखंड के लातेहार जिले की पुलिस ने मुठभेड़ में तृतीय प्रस्तुति सम्मेलन कमेटी (टीएसपीसी ) के सब जोनल कमांडर सहित तीन उग्रवादियों को मार गिराया है। साथ ही घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया है। यह नक्सली गिरोह क्षेत्र में व्यापारियों से लेवी मांगने आया था, इसके लिए हिंसा बरपाकर आतंक स्थापित करने की कोशिश में था।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान एवी होमकर ने शनिवार को पुलिस मुख्यालय में देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि डीजीपी के निर्देश पर राज्य में नक्सलियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसके फलस्वरूप विगत कुछ माह में कई नक्सली मारे गए और कई गिरफ्तार किए गए एवं कई ने आत्मसमर्पण किया है।
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मिली थी पूर्व सूचना
इसी क्रम में 24 मार्च को पुलिस को सूचना मिली कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के राकेश गंझू उर्फ राकेश मोक्ता उर्फ विराज, राजेश उरांव, जितेन्द्र यादव एवं नथुनी का दस्ता लातेहार जिला के हेसलबार एवं नाराबार जंगल क्षेत्र में 10 से 12 हथियारबंद दस्ता सदस्यों के साथ भ्रमणशील है। दस्ता किसी हिंसक घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है। आईजी ने बताया कि सूचना के आधार पर एक विशेष अभियान पूमा-2 प्रारम्भ किया गया। इसमे झारखण्ड जगुआर के एजी- 09 एवं लातेहार जिला बल के राट-06 के बलों को शामिल किया गया। अभियान के क्रम में शनिवार को सुरक्षाबल जब कौआखाड़ के जंगल से गुजर रहे थे, तभी अभियान में शामिल सुरक्षा बलों के उपर अचानक उग्रवादियों द्वारा जान मारने की नियत से अंधाधुंध फायरिंग की जाने लगी। आईजी ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा आत्मरक्षार्थ तत्काल जवाबी कार्रवाई की गयी। दोनों ओर से रूक-रूक कर मुठभेड़ चलती रही। जब उग्रवादियों के तरफ से फायरिंग बंद हुई तब सुरक्षा बलों द्वारा सावधानी पूर्वक मुठभेड़ स्थल के एरिया को सर्च किया गया तो वहां तीन उग्रवादियों का शव बरामद किया गया।
मारे गए कमांडर
आईजी ने बताया कि मारे गये उग्रवादियों की पहचान की कार्रवाई की जा रही है। प्रारंभिक पहचान में मारे गये उग्रवादियों की पहचान टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के एक सब जोनल कमाण्डर, एक एरिया कमाण्डर और एक दस्ता सदस्य के रूप में हुई है। विस्तृत रूप से पहचान की कार्रवाई की जा रही है। घटना स्थल के आस-पास काफी मात्रा में खून के धब्बे पाये गये है। इससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ कई नक्सलियों को गोली लगी है, जिनके भागने की दिशा में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
हथियार और विध्वंसक सामान जप्त
नक्सलियों के पास से बरामद हथियारों में एक एसएलआर, एक एसएलआर का मैगजीन, 26 कारतूस, एक इंसास मैगजीन, 5.56 बोर का 15 कारतूस 15, एके 47 आठ कारतूस, एके-47 का तीन खाली खोखा, एके 47 का एक टुटा मैगजीन, एक मैगजीन पाउच शामिल है।
लेवी वसूली के लिए कर रहे थे फोन
उन्होने बताया कि पिछले कई दिनों से इलाके में चल रहे विकास कार्य को बाधित किया जा रहा था। उग्रवादी लेवी वसूली के लिए व्यवसायियों को फोन कर धमकी दे रहे थे। उग्रवादी दहशत फैलाकर लेवी वसूली करना चाहते थे। इसके साथ ही इलाके में संगठन को मजबूत करने के लिए नये लोगों को भी भर्ती किया जा रहा था।