राज्य में सोमवार का दिन संकटों भरा रहा। दिन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक युवक ने हमला बोल दिया था, दूसरी घटना रात होते-होते दानापुर में घटी, जहां अपराधियों खुलेतौर पर स्थानीय नेता को गोली मार दी। इसमें नेता की मौत हो गई है।
दानापुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष को सोमवार रात बदमाशों ने गोली मार दी। राज्य में सत्ताधारी दल के साथ इस घटना से सभी हतप्रभ हैं। अपराधियों ने नगर परिषद के उपाध्यक्ष दीपक मेहता को उनके नासरीगंज में स्थित घर के बाहर ही गोली मार दी। उन्हें दो गोलियां मारी गई थीं, जिसमें से एक गोली उनके सिर में लगी, दूसरी छाती में लगी। इससे वे गिर पड़े।
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अस्पताल में तोड़ा दम
गोलियों की आवाज सुनने के बाद लोग घर से बाहर आए तो दीपक मेहत रक्त में सने जमीन पर गिरे थे। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के बीच उनकी मृत्यु हो गई।
राजनीतिक कार्य
दीपक मेहता ने वर्ष 2020 में दानापुर नगर परिषद का चुनाव लड़ा था। उन्होंने आरएलएसपी के टिकट पर वह चुनाव लड़ा था, परंतु कुछ समय पश्चात आरएलएसपी का जनता दल युनाइटेड में विलय हो गया।
मुख्यमंत्री पर हुआ हमला
सोमवार के दिन पटना के बख्तियार पुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक युवक मुख्यमंत्री के पास पहुंचा और मुक्का चला दिया। इस बीच वहां मौजूद अंगरक्षकों मे युवक को पकड़ लिया, परंतु ये सुरक्षा में सबसे बड़ी चूक थी। लोग ये कह ही रहे थे कि, मुख्यमंत्री भी नहीं हैं राज्य में सुरक्षित कि सोमवार रात में दानापुर से बहुत ही बुरी सूचना मिली। नगर परिषद के उपाध्यक्ष की अपराधियों ने खुले में गोली मारकर हत्या कर दी।
स्थानीय लोगों में थे लोकप्रिय
दीपक कुमार मेहता विधान सभा चुनाव भी लड़ चुके थे। वे 2020 में पटना के पास स्थित दानापुर के वॉर्ड क्रमांक 29 से पार्षद का चुनाव लड़े थे, जिसमें उन्हें विजय मिली थी। स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपक कुमार व्यवहार कुशल व्यक्ति थे। इसके कारण जनप्रिय नेता के रूप में प्रख्यात थे।
पुलिस को निजी दुश्मनी की आशंका
दानापुर एएसपी अभिनव घीमन ने बताया कि अपराधियों की एक गोली नगर परिषद उपाध्यक्ष को लगी है। घायल अवस्था में उन्हें इलाज के लिए पटना भेजा गया, वहां उनकी मौत हो गई। इस घटना के कारणों पर उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। वैसे, पुलिस इस घटना को जमीन विवाद और चुनावी रंजिश से जोड़कर देख रही है ।