विधायक बने और फिर बोझ बन गए… हरियाणा के ये पूर्व विधायक उठा रहे लाखो की पेंशन, देखें सूची

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विधायक, सांसद होना किसी भी नेता के सामाजिक कार्य और उसके राजनीतिक जीवन का चरमोत्कर्ष होता है। परंतु, यह सामाजिक कार्य जनता पर तब बोझ हो जाता है जब चुनावों में हारने के बाद भी नेता पूर्व विधायक के रूप में जितनी बार विधायक बना है उस आधार पर लाखो रुपए की पेंशन लेता है। वर्तमान का मुद्दा हरियाणा से है, जहां आरटीआई से प्राप्त जानकारी बताती है कि, कैसे पूर्व विधायक अब सरकारी तिजोरी के लाखो रुपए पेंशन के रूप में उठा रहे हैं। यानि जनसेवा की सौगंध खानेवाले विधायक जी अब बोझ हो गए।

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सूचना अधिकार (राइट टू इन्फॉर्मेशन) के अंतर्गत प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार हरियाणा के 262 पूर्व विधायकों को पेंशन मिलती है। इस पेंशन में समयानुसार लगभग 200 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी हुई है। आरटीआई कार्यकर्ता पी.पी कपूर ने हिन्दुस्थान पोस्ट को बताया कि, ‘वर्ष 2018 में मैंने हरियाणा विधानसभा सचिवालय से विधायकों की पेंशन के बारे में जानकारी मांगी थी। जिसे देखकर कोई भी अचंभित हो जाएगा’

> पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला 2,25,000
> कैप्टन अजय सिंह यादव 2,38,000 रुपए
> पूर्व विधायक चंद्रावती देवी 2,22,525 रुपए
> अशोक अरोड़ा 1,60,425 रुपए
> प्रो.सम्पत सिंह 2,14,763 रुपए
> हरमोहिंद्र सिंह चड्ढा 1,60,425 रुपए
> चन्द्र मोहन बिश्नोई को 1,52,663 रुपए
> धर्मवीर गाबा 1,52, 663 रुपये
> खुर्शीद अहमद 1,52,663 रुपये
> फूलचंद मुलाना 1,68,188 रुपये
> मांगेराम गुप्ता 1,68,188 रुपये
> शकुंतला भगवाडिया 1,68,188 रुपये
> बलबीरपाल शाह 2,07,000 रुपये
> सतबीर कादियान 1,29,375 रुपये
> शारदा रानी 1,37,138 रुपये
> देवीदास सोनीपत 1,21,613 रुपये
> दिल्लू राम कैथल 1,13,850 रुपये
> कमला वर्मा 1,13,850 रुपये
> निर्मल सिंह अंबाला 1,52,663 रुपये
> मोहम्मद इलियास 1,37,138 रुपये
> कंवल सिंह हिसार 1,21,613 रुपये
> भजन लाल की पत्नी जसमा देवी को विधायक होने के नाते 51,750 रुपए प्रतिमाह और पूर्व मुख्यमंत्री की विधवा होने के नाते 99,619 रुपए प्रतिमाह पारिवारिक पेंशन मिल रही है।
> 39 पूर्व विधायकों को 90,543 रुपए की पेंशन का भुगतान किया जाता है

मुख्यमंत्री अपने दम पर नहीं ले सकते निर्णय
हरियाणा के भाजपा नेताओं का कहना है कि, पूर्व विधायकों की पेंशन को लेकर लोगों में चर्चा जोर पकड़ रही है। विशेषकर तब जब पड़ोसी राज्य पंजाब में एक विधायक, एक पेंशन लागू कर दिया गया है।

केंद्र और राज्य सरकार करे अनुसरण
हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के ‘एक विधायक, एक पेंशन’ योजना के निर्णय की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा है कि दूसरे राज्यों के विधान मंडल और संसद को भी इसका अनुसरण करना चाहिए ।

खट्टर को है केंद्र का इंतजार
विधायकों की पेंशन के मुद्दे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी का इंतजार है। हालांकि, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जो एक विधायक, एक एक पेंशन को लागू किया है, इसका प्रचार वह हरियाणा में भी कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार इसका कारण भी है, आम आदमी पार्टी की सत्ता दिल्ली और पंजाब में है और दिल्ली से पंजाब के बीच हरियाणा पड़ता है। इसलिए किसान यूनियन आंदोलन की रणभूमि बनी हरियाणा की सत्ता उसके निशाने पर है।

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