ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखीरदाजेह की हत्या के काफी दिन हो गए हैं, लेकिन अभी भी उनकी हत्या के रहस्य पर से पर्दा नहीं उठ पाया है। अब ईरान ने दावा किया है कि वैज्ञानिक की हत्या में हाईटेक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया गया। उनका दावा है कि शीर्ष वैज्ञानिक की हत्या सेटेलाइट कंट्रोल्ड मशीनगन से की गई।
बगल में बैठी पत्नी को नहीं लगी एक भी गोली
ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड रीयर एडमिरर अली फलावदी ने बताया कि फखीरदाजेह को जिस मशीनगन से निशाना बनाया गया था, वह बेहद सटीक निशानेवाली थी। मशीनगन से कई राउंड गोलियां चलाई गई थीं। लेकिन उनकी बगल में बैठी पत्नी को एक गोली भी नहीं लगी। उन्होंने दावा किया कि हथियार को एक सेटेलाइट के जरिए ऑनलाइन सिस्टम से कंट्रोल किया जा रहा था। उनका निशाना बनाने के लिए उन्नत कैमरा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का इस्तेमाल किया गया था।
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हत्या के समय मौजूद थे 11 बॉडीगार्ड
फखरीजादेह की 27 नवंबर को देश की राजधानी तेहरान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस दौरान उनके साथ 11 बॉडीगार्ड भी मौजूद थे। लेकिन वे भी उन्हें बचाने में सफल नहीं हो पाए थे। फखरीजादेह को ईरान के परमाणु कार्यक्रम का प्रमुख आर्किटेक्ट माना जाता था। उनकी हत्या के लिए ईरानी शासन ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था और बदला लेने की धमकी दी थी। वहीं इजरायल ने इस घटना के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
एक न्यूज एजेंसी का दावा
एक न्यूज एजेंसी ने भी किसी दूर से नियंत्रित किए जानेवाले हथियार से उनकी हत्या करने का दावा किया था। कहा गया था कि रिमोट कंट्रोल्ड गन से उनकी हत्या की गई थी। दूसरी कार से मशीनगन को रिमोट से चलाया जा रहा था। हाईवे पर फखरीजादेह की गाड़ी पर गोली की आवाज सुनाई दी थी। जिसके बाद वे गाड़ी से नीचे उतरे और उन्हें गोलियों से निशाना बनाया गया। जिस कार में उन्हें निशाना बनाया गया, उसमें ब्लास्ट हो गया था। अब ईरान प्रशासन ने भी हत्या के पीछे किसी इंसान के न होने की बात कही है। उसका दावा है कि हत्या में सेटेलाइट कंट्रोल्ड मशीनगन का इस्तेमाल किया गया।
हत्या ईरान की सुरक्षा में घुसपैठ की साजिश
ईरान के पूर्व रक्षा मंत्री हुसैन देहगन ने कहा था कि मोहसिन फखीरदाजेह की हत्या ईरान की सुरक्षा में घुसपैठ के चलते की गई थी। लेकिन उनके साथ मौजूद गार्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस ऑपरेशन को हाईटेक रिमोट कंट्रोल्ड गन से अंजाम दिया गया ता। इस घटना को अंजाम देने के लिए मौका-ए- वारदात पर कोई इंसान मौजूद नहीं था।
अन्य खास बातें
- तीन गोली मारकर की गई थी हत्या
- मात्र तीन मिनट में दी गई हत्या को अंजाम
- ईरान के सुप्रीम लीडर अयोतल्ला खेमनेई ने और दूसरे नेताओं ने फखरीजादेह की हत्या का बदला लेने की बात कही है।
- हत्या इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी के करीब दमवांद कैंपस के करीब की गई थी। यह जगह राजधानी तेहरान से 60 किलोमीटर दूर है।
ईरान और इजरायल में पुरानी दुश्मनी
1979 में ईरानी क्रांति के बाद इजरायल को खत्म करने की मांग उठ रही है। वास्तव में, ईरान को इजरायल के अस्तित्व पर आपत्ति है। उसके कट्टर धार्मिक नेताओं का कहना है कि इजरायल ने गलत तरीके से मुस्लिम जमीन पर कब्जा कर रखा है। इसी कारण से इजरायल भी ईरान को अपने लिए संकट मानता है। उसने हमेशा ईरान के परमाणु हथियारों से लैस होने का विरेध किया है। ईरान का मध्यपूर्व में विस्तार उसकी चिंता की मुख्य वजह है।
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