विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) चैत्र श्रीराम नवमी के अवसर पर गांव-गांव में रामोत्सव कार्यक्रम का आयोजन करेगी। रामोत्सव कार्यक्रम के जरिए विश्व हिन्दू परिषद युवाओं को राम मंदिर आन्दोलन से परिचित करायेगी। श्रीराम महोत्सव के सफल आयोजन के लिए विहिप के पदाधिकारी प्रखण्ड स्तर पर बैठक कर रहे हैं।
रामोत्सव कार्यक्रम पर पत्रक बांटने की योजना
विश्व हिन्दू परिषद द्वारा श्रीराम जन्मभूमि के मुक्ति के लिए जो आन्दोलन हुए तब से लेकर अब तक काफी समय व्यतीत हो चुका है। वर्तमान पीढ़ी राम मंदिर आन्दोलन से भलीभांति परिचित नहीं है। इसलिए विहिप ने इस बार रामोत्सव कार्यक्रम पर पत्रक बांटने की योजना बनाई है। इस पत्रक में श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन की सभी घटनाओं का वर्णन किया गया है। इसमें राम जन्म भूमि के लिए सम्राट विक्रमादित्य द्वारा जीर्णोद्धार कराने से लेकर बाबर के सेनापति मीर बांकी द्वारा मंदिर ध्वस्त करने और उसके बाद हिन्दुओं द्वारा संघर्ष, ढांचा विध्वंस और मंदिर निर्माण की वर्तमान स्थिति के बारे में उल्लेख किया गया है।
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भगवान राम के जीवन से जुड़े सभी बातों को लोगों तक पहुंचाना लक्ष्य
इसके अलावा इस पत्रक में भगवान राम के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया है। पत्रक में भगवान राम को समरसता का प्रतीक और आदर्श राजा बताया गया है। इसी तरह आदर्श भाई,आदर्श पति,आदर्श पुत्र और आदर्श संगठक के रूप में राम के गुणों का वर्णन किया गया है।
श्री राम का प्रचार करना उद्देश्य
विश्व हिन्दू परिषद पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह ने बताया कि भगवान राम का जीवन चरित्र सबके लिए अनुकरणीय है। रामोत्सव कार्यक्रम के जरिए रामोत्सव का प्रचार किया जायेगा। विहिप की ओर से प्रखण्ड जिला व विभाग स्तर पर रामोत्सव कार्यक्रम करने की योजना बनी है।