रिपोर्ट – अशोक शुक्ला
मुंबई। एक न्यूज चैनल का पत्रकार उसका कैमरा मैन तथा ड्राइवर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रायगढ़ स्थित फार्महाउस में जाना चाहते थे। लेकिन वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड को उनके द्वारा फार्म हाउस का पता पूछना अच्छा नहीं लगा। इस वजह से उसने पुलिस को इनके बारे में जानकारी दे दी और मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां इन पत्रकारों को गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया। फिलहाल उन्हें कोर्ट ने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री का एक फार्म हाउस रायगढ़ जिले के भिलवल गांव में स्थित है। ये तीनों कथित रुप से खोजी पत्रकारिता करने के लिए वहां पहुंचे थे और वे उस फार्म हाउस के बारे में वहां तैनात सुरक्षा गार्ड से पूछ रहे थे। लेकिन उसने इस बारे में अनभिज्ञता जताई। इसके बाद उन्होंने वहां से कुछ दूरी पर मौजूद कुछ लोगों से जब इस बारे में पूछताछ की तो उन्हें जानकारी मिली कि जिस फार्महाउस के गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड से वे पता पूछ रहे थे, वही फार्म हाउस मुख्यमंत्री का है। इसके बाद वे वापस आकर सुरक्षा रक्षक से इस बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करने लगे। लेकिन वह पत्रकारों को इस बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर रहा था। इस वजह से दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और मजबूरन पत्रकार वहां से जाने लगे।
पत्रकारों के रवैये से बौखला गया गार्ड
पत्रकारों की यह गुस्ताखी गार्ड को पसंद नहीं आई और उसने रायगढ़ पुलिस को फोन करके इनके बारे में जानकारी दे दी। चूंकि मामला मुख्यमंत्री के फॉर्म हाउस का था, इसलिए कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंच गई और पत्रकारों को नाकाबंदी करके गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस ने लगाई गई धाराएं
पुलिस ने इन तीनों पर जबरन घर में घुसने, नुकसान पहुंचाने, शांति भंग करने के उद्देश्य से काम करने, धमकी देने जैसे आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। इस गिरफ्तारी के बारे में पुलिस का कहना है कि राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे के फॉर्म हाउस पर तैनात सुरक्षा गार्ड की शिकायत पर यह गिरफ्तारी की गई है। इन तीनों ने मंगलवार की रात गार्ड से गाली-गलौच की और फार्म हाउस में जबरन घुसने की कोशिश की।
तीनों के पास पहचान पत्र
इन तीनों के पास पहचान पत्र मौजूद हैं। इस बात की पुष्टि करते हुए रायगढ़ पुलिस के प्रवक्ता सुरेश यमगर ने बताया है कि उनके पत्रकार होने के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं है लेकिन उनके पास पहचान पत्र मौजूद हैं। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये वास्तव में पत्रकार हैं।
क्या यह है बदले की कार्रवाई?
बहरहाल इनकी गिरफ्तारी को इनके चैनल से जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले कई महीनों से सरकार और सीएम उद्धव ठाकरे तथा मुंबई पुलिस के खिलाफ आग उगलनेवाले इस चैनल पर सरकार और प्रशासन की वक्र दृष्टि पहले से ही लगी हुई है। इस कारण रायगढ़ पुलिस द्वारा इनकी गिरफ्तारी को बदले की कार्रवाई की नजर से देखा जा रहा है।
Join Our WhatsApp Community