क्यों डरा हुआ है पाकिस्तान?

पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिंदुस्थान किसान आंदोलन, कश्मीर का मुद्दा और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जैसे मामलों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है।

135

पाकिस्तान इन दिनों डरा हुआ है। उसे भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक करने का खौफ सता रहा है। हालांकि उसने इस बारे में अपनी जुबान से कुछ नहीं कहा है लेकिन मीडिया से उसने अपने इस डर को जाहिर किया है। पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन ने यह दावा किया है।

इन मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक
बता दें कि 9 दिसंबर को पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था। पुंछ जिले में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के दो जवान मारे गए थे। डॉन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिंदुस्थान किसान आंदोलन, कश्मीर का मुद्दा और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जैसे मामलों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। हालांकि भारतीय सेना ने इस तरह की खबरों को बेबुनियाद बताया है।

ये भी पढ़ेंः ऐसे तो नहीं रुकेगा कोरोना!

हाई अलर्ट पर पाक सेना
पाकिस्तानी मीडिया में यह चर्चा सुर्खियो में है कि हिंदुस्थान लाइन ऑफ कंट्रोल और सीमा पर हमले की तैयारी में जुटा है। पाकिस्तान ने इसी वजह से अपनी सेना को अलर्ट पर रखा है। हिंदुस्थान के डर से पाकिस्तानी सेना इससे पहले भी हाई अलर्ट पर रही है। बता दें कि 2016 में हिंदुस्थान ने उड़ी आतंकवादी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में पीओके के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। इस सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकवादी भी मारे गए थे।

ये भी पढ़ेंः सैटेलाइट से चली गोली और काम तमाम!

पुलवामा में तीन आतंकी ढेर
पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच 9 दिसंबर को हुई मुठभेड़ में तीन अज्ञात आतंकी मौत के घाट उतार दिए गए थे। आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने पुलवामा के टिकन इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था। इसी दौरान छिपे आतंकवादियों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी। उसके बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया। जवाबी कार्रवाई में पहले दो और बाद में एक आतंकवादी मारे गए। इस गोलीबारी मे एक अन्य नागरिक भी घायल हो गया।

सुरक्षाबलों का ऑपरेशन ऑल आउट
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलो ने आतंकियों के खात्मे के लिए अभियान चलाया है। मारे गए आतंकियों में ज्यादातर हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन के हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि सर्दियो के मौसम में भी आतंकवादियों के खात्में के लिए ऑपरेशन ऑलआउट जारी रहेगा। अब तक पुलवामा और शोपियां में इस वर्ष सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस शामिल रही हैं। इस संयुक्त अभियान में वर्ष 2020 में जून महीने में सबसे अधिक 49 से अधिक आतंकी ढेर किए गए हैं।

आईएसआई ने रची घुसपैठ की साजिश
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई हिंदुस्थान के खिलाफ प्रोपेगंडा फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। बताया जा रहा है कि एजेंसी ने एलओसी के स्टेटस पर चर्चा की है। इस चर्चा में भारत के खिलाफ आतंकी साजिश और घुसपैठ की साजिश रची गई है। लेकिन भारतीय सेना पूरी तरह चौकन्ना है और जनवरी माह से अब तक सुरक्षाबलों ने 200 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है।

Join Our WhatsApp Community

Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.