यूक्रेन की राजधानी कीव के पास के क्षेत्र बूचा समेत अन्य कस्बों और गांवों में नागरिकों के शव मिलने व नरसंहार के साथ बर्बरता के सबूत मिले हैं। इसके बाद से यूक्रेन में रूसी सेना की आलोचना व निंदा तेज हो गई है। अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी ने इसे गंभीर युद्ध अपराध मानते हुए रूस की कड़ी निंदा की है, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस नरसंहार के लिए रूस की निंदा करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उस पर और प्रतिबंध बढ़ाने की मांग की है। हालांकि रूस ने नागरिकों की सामूहिक हत्या में उसके सैनिकों के हाथ होने से इनकार किया है।
यूक्रेनी बंदरगाहों पर रूसी हमले जारी
कीव और चार्निहीव के नजदीकी इलाके खाली करते हुए रूसी सेना यूक्रेन के उत्तर से निकल गई है लेकिन 3 अप्रैल को पूर्वी यूक्रेन और यूक्रेनी बंदरगाहों पर रूसी हमले जारी रहे। 2 अप्रैल को रूसी सेना ने कीव के आसपास का इलाका खाली किया है। उसके बाद जैसे ही वहां पर यूक्रेन की सेना पहुंची तो बूचा कस्बे और कुछ अन्य इलाकों में नागरिकों के शव मिले। बूचा में करीब तीन सौ लोगों की सामूहिक कब्र होने का पता चला। क्षेत्र में बारूदी सुरंगें भी बिछी मिलीं, जिसके चलते आगे बढ़ते यूक्रेनी सैनिकों को विस्फोटों का सामना करना पड़ा। रूसी सेना की वापसी के बाद कीव के आसपास का इलाका अब पूरी तरह से यूक्रेन सरकार के कब्जे में आ गया है।