श्रीलंका में आपातकाल और आर्थिक संकट के बीच सर्वदलीय सरकार की पहल हुई है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने भाई बेसिल राजपक्षे को वित्त मंत्री पद से हटाकर वित्त मंत्री सहित चार नए मंत्री बनाए हैं। साथ ही उन्होंने सर्वदलीय सरकार की पहल करते हुए विपक्षी दलों से सरकार में शामिल होने का आह्वान किया है। देश में आर्थिक संकट के बीच सेंट्रल बैंक के गवर्नर ने इस्तीफा दे दिया है।
श्रीलंका में आपात काल के बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे पर अपने परिवार को सत्ता में अधिक हिस्सेदारी देने के आरोप लग रहे थे। अब राष्ट्रपति और उनके बड़े भाई प्रधान मंत्री महिंदा राजपक्षे को छोड़कर कैबिनेट के सभी 26 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे को भी उनके पद से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर अली साबरी ने वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली है। तीन अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई है। इसके अलावा जीएल पेइरिस नए विदेश मंत्री, दिनेश गुणवर्धने शिक्षा मंत्री और जॉनसन फर्नांडो राजमार्ग मंत्री बनाए गए हैं।
सर्वदलीय सरकार की पहल
इस बीच राष्ट्रपति ने सर्वदलीय सरकार की पहल करते हुए विपक्ष को संयुक्त सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति संसद में सभी राजनीतिक दलों को कैबिनेट पदों को स्वीकार करने और राष्ट्रीय संकट के समाधान के प्रयास में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। इस बीच सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका के गवर्नर अजित निवार्ड कबराली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा ट्विटर पर साझा करते हुए कहा कि चूंकि सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, इसलिए उन्होंने भी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।