महाराष्ट्र के बहुचर्चित वसूली मामले में पूछताछ के लिए सेंट्रल इंन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने 4 अप्रैल को निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे, अनिल देशमुख के सहायक संजीव पालांडे तथा कुंदन शिंदे को अपनी कस्टडी में लिया है। सीबीआई की टीम इन तीनों से वसूली मामले में फिर से पूछताछ करने के लिए तलोजा जेल से मुंबई स्थित अपने दफ्तर लाई है।
जेल में हुई थी पूछताछ
सीबीआई की टीम ने वसूली मामले में सचिन वाझे, संजीव पालांडे, कुंदन शिंदे तथा पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से जेल में जाकर पूछताछ की थी। संतुष्ट न होने पर सीबीआई ने सेशन कोर्ट से इन चारों की कस्टडी मांगी थी। सेशन कोर्ट ने इसी आवेदन पर संजीव पालांडे, कुंदन शिंदे, सचिन वाझे और अनिल देशमुख की कस्टडी सीबीआई को देने का आदेश 01 अप्रैल को दिया था। शनिवार व रविवार को छुट्टी होने की वजह से सीबीआई ने सोमवार को इनमें से तीन आरोपितों को जेल से अपनी कस्टडी में लिया है। अनिल देशमुख फिलहाल कंधों का ऑपरेशन कराने के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती हैं, इसलिए सीबीआई अनिल देशमुख से पूछताछ उनके स्वस्थ होने के बाद करेगी।