व्यापम घोटाले का व्हिसल ब्लोअर खुद जालसाजी में अंदर

व्यापम घोटाला वर्ष 2013 में सामने आया था, जिसमें नेता, अधिकारी और मिडल मैन की संलिप्तता उजागर हुई थी। इस घोटाले के अंतर्गत राज्य में सरकारी नियुक्तियों मे व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार किया जा रहा था।

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मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय को जालसाजी के एक मामले में 7 अप्रैल को क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उन्हें लेकर 8 अप्रैल सुबह भोपाल पहुंची है। पुलिस डॉ. राय को न्यायालय में पेश करेगी।

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अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज
मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम की शिकायत पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा एवं डाॅ. आनंद राय के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, जालसाजी और एट्रोसिटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई थी। डॉ. आनंद राय ने मरकाम पर मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 के प्रश्नपत्र लीक करने के गंभीर आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। आनंद राय की इस पोस्ट का प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने भी समर्थन किया था। लक्ष्मण सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके द्वारा इस प्रकार से किसी को मोबाइल से मैसेज, फोटो या स्क्रीन शाट नहीं भेजा गया है। शिकायतकर्ताओं द्वारा ऐसा करके यह दर्शाया जा रहा है कि जैसे मेरे द्वारा ही मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के प्रश्नपत्रों को लीक किया गया है। थाने में दर्ज इस मामले की केस डायरी क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की गई थी।

कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ नोटिस जारी
इस मामले में क्राइम ब्रांच ने डाॅ. राय के अलावा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ नोटिस जारी किया था लेकिन दोनों ही जवाब देने नहीं पहुंचे थे। इसके बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी। डॉ. आनंद राय ने इस केस में राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका खारिज होने के बाद 7 अप्रैल को क्राइम ब्रांच ने उनको दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया है।

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