जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार रात हुआ हिंसक हमला वामपंथी छात्र यूनियन के लोगों ने हीं किया था। इस संदर्भ में जेएनयू प्रबंधन की ओर से बयान आया है। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि, विवाद कावेरी हॉस्टल में रामनवमी की हवन को लेकर ही था।
जेएनयू के रजिस्ट्रार रविकेश के अनुसार कावेरी हॉस्टल में एबीवीपी यूनियन से जुड़े छात्र रामनवमी की हवन करना चाहते थे। जिसका वामपंथी यूनियन के छात्र विरोध कर रहे थे। हॉस्टल प्रबंधन की मध्यस्थता से हवन शांति पूर्वक संपन्न हो गई थी।
#JNU student Divya was greviously injured with a broken glass bottle as she arrived to attend the #RamNavami havan on the JNU campus.
#ABVP students were subjected to lewd abuses by AISA & SFI goons.And with that, the pseudo-secular brigade has gone into hibernation!!
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— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) April 10, 2022
ये है बवाल का कारण
रजिस्ट्रार रविकेश के अनुसार मासांहारी भोजन को लेकर एबीवीपी छात्रों ने कोई विरोध नहीं किया था। जब हवन शांतिपूर्वक संपन्न हो गई, उसके बाद वामपंथी यूनियन के छात्रों ने हंगामा शुरू किया। जिसका उत्तर एबीवीपी यूनियन के छात्रों द्वारा किया गया। जो कुछ ही देर में हिंसक मोड़ ले लिया। इसमें कई छात्र और छात्राओं को गंभीर चोट लगी हैं।
JNU Press Release dated 11.04.2022 pic.twitter.com/Pu2LLooZHy
— Jawaharlal Nehru University (JNU) (@JNU_official_50) April 11, 2022
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वामपंथी यूनियन का झूठ
छात्र छात्राओं के घायल होने के बाद वामपंथी यूनियन के नेताओं ने आरोप लगाना शुरू कर दिया था कि, एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने मासांहारी भोजन का विरोध किया। एबीवीपी के छात्रों ने ही मांसाहारी भोजन का समर्थन करनेवाले वामपंथी यूनियन के छात्रों पर हमला कर दिया। उनका दावा है कि, इसमें कई छात्रों को बुरी तरह से घायल कर दिया गया है, जबकि जेएनयू के रजिस्ट्रार के बयान ने इस प्रकरण की सच्चाई को खोल दिया है।