Conversion Row कन्याकुमारी में ईसाइयों की ब्रेनवॉश पाठशाला, सरकारी स्कूल में महापाप

देश के कई भाग में शिक्षा के नाम पर धर्मांतरण किया जा रहा है। ईसाई मिशनरी सेवा के नाम पर गांवों तक पहुंच चुके हैं।

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कन्याकुमारी का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसके अनुसार कन्नात्तुविलइ गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चियों का ब्रेन वॉश किया जाता है। यह प्रकरण 6वीं कक्षा की एक छात्रा ने प्रकाश में लाया है, जिस पर शिक्षिका बाइबिल पढ़ने का दबाव डाल रही थी। अब आरोपी शिक्षिका के विरुद्ध शिकायत की गई है।

कन्नात्तुविलइ गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल की कक्षा 6वीं की छात्रा ने बताया है कि, उसकी शिक्षिका बेट्रिस थंगम जो छात्राओं को सिलाई बुनाई सिखाती है, वह हिंदू धर्मग्रंथ भगवद् गीता को लेकर आक्षेपार्ह्य टिप्पणियां करती है। इसके अलावा वह छात्राओं से बाइबिल पढ़ने, घुटने के बल खड़े रहकर ईसाई धर्म की प्रार्थना करने को भी कहती है।

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ऐसे पता चला प्रकरण
शिक्षिका बेट्रिस का गोरखधंधा बहुत दिनों से चल रहा था। छोटी कक्षा की छात्राएं शिक्षिका का दबाव सह रही थीं। परंतु, एक छात्रा ने तंग आकर प्रकरण अपने माता-पिता को बताया। जिसके बाद परिजन हिंदू मुन्नानी के सदस्यों के साथ स्कूल पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। इसके पहले पुलिस को भी सचेत कर दिया गया था।

धर्मांतरण की पाठशाला
शिक्षिका छात्राओं को पहले क्रॉस का निशान सिलने को देती थी। इसके अलावा हिंदू धर्म ग्रंथों पर गंदी टिप्पणी करके बाइबिल पढ़ने को प्रोत्साहित करती थी। छात्रा ने बताया कि, शिक्षिका सभी से ईसाई प्रार्थनाएं करने को कहती थी। यह प्रकरण शिक्षा विभाग के पास पहुंचने के बाद शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है।

धर्मांतरण के प्रकरण में छात्रा की मौत
तमिलनाडु में एक 17 वर्षीय छात्रा की मौत का प्रकरण अभी सुलझा नहीं है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन इसकी जांच कर रही है। यह प्रकरण माइकेलपट्टी गांव का है, जहां मिशनरी स्कूल में छात्रा पढ़ती थी। उस पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा था। इस प्रताड़ना से तंग आकर छात्रा ने आत्महत्या कर ली, जबकि छात्रा की मौत को संदेहास्पद बताया जा रहा है।

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