वर्ष 2020 समाप्ति की ओर है। इस एक साल पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी का औसत प्रदर्शन बेहतर रहा है, जबकि कांग्रेस का जनाधार तेजी से खिसका है। ज्यादातर चुनावों में उसके प्रदर्शन पहले से बदतर रहे हैं। हाल के बिहार विधानसभा चुनाव, मध्य प्रदेश उपचुनाव और हैदराबाद म्यूनिसपल कॉर्पोरेशन के चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के चुनाव में भी उसके प्रदर्शन में गिरावट जारी है। हालांकि यहां बीजेपी के लिए भी कोई बड़ी खुशी की बात नहीं है, लेकिन कहा जा रहा है कि स्थानीय पार्टी के साथ मिलकर वह बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल की कुर्सी काबिज हो सकती है।
कांग्रेस और बीजेपी के प्रदर्शन पर एक नजर
- बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़कर मात्र 19 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि बीजेपी 74 सीटों पर जीतकर आरजेडी(75) के बाद नंबर दो की पार्टी रही।
- मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने 9 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि बीजेपी ने 19 सीटों पर कब्जा जमाया।
- हैदराबाद में 150 यानी सभी सीटों पर चुनाव लड़कर मात्र दो सीटों पर जीत हासिल की, जबकि बीजेपी ने कुल 48 सीटों पर जीत दर्ज की। इससे पहले यहां बीजेपी के मात्र चार पार्षद थे।
किसी पार्टी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं
फिलहाल बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल में कुल 40 सीटे हैं। इसमें किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। स्थानीय बीपीएफ सत्ताधारी 17 सीटों पर जीत प्राप्त कर सबसे बड़ी पार्टी साबित हुई है, जबकि यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल( यूपीपीएल) ने 12 सीटों पर कब्जा जमाया है। बीजेपी को नौ सीटों से संतोष करना पड़ा है, जबकि कांग्रेस के साथ ही गण सुरक्षा पार्टी को भी एक सीट प्राप्त हुई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रदेश में बीपीएफ के साथ संयुक्त रुप से सत्तासीन रहनेवाली बीजेपी उससे अलग होकर चुनावी अखाड़े में उतरी थी।
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बीजेपी- यूपीपीएल के साथ आने की चर्चा
नतीजे आने के बाद बीजेपी और यूपीपीएल ने मिलकर सत्ता स्थापित करने के संकेत दिए हैं। यूपीपीएल के प्रमुख प्रोमोद ब्रह्मा ने जो सीटों पर जीत हासिल की है। उनमें गोराबारी और कोकिलाबाड़ी शामिल हैं। प्रोमोद ब्रह्मा और बीजेपी नेता तथा मंत्री हेमंत विश्व सरमा के साथ ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया ने इस बारे में चर्चा की है। कहा जा रहा है कि इनके गठबंधन की घोषणा जल्द होने की संभावना है।
2021 में विधानसभा चुनाव
बता दें कि इस काउंसिल का चुनाव 27 जनवरी को नई दिल्ली में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के सभी गुटों से विचारविमर्श करने के बाद कराया गया था। महत्वपू्र्ण बात यह है कि 2021 के अप्रैल में असम विधानसभा का चुनाव होना है। इसलिए इस चुनाव को उसका सेमीफाइनल कहा जा रहा है।
कोरोना के कारण चुनाव स्थगित
बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल का एरिया कोकरझार, चिरांग, बक्सा और उदलगुरी के चार जिलों तक फैला हुआ है। ये सभी क्षेत्र बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। इससे पहले चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनजर 22 मार्च को उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करने के बाद कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चुनाव रद्द करने का ऐलान किया था।