जम्मू के सिधड़ा में स्थित मंदिर में अज्ञात जेहादियों ने तोड़फोड़ की। उन्होंने दशकों पुराने मंदिर में लगी भगवान की मूर्तियों को खंडित कर दिया। इसको लेकर हिंदू समाज में आक्रोश है। हिंदुओं के आक्रोश और पीड़ा समझते हुए इक्कजुट्ट जम्मू के दल ने स्थान सर्वेक्षण कियाष इसके बाद अंकुर शर्मा ने कहा है कि, ये लैंड जिहाद और हिंदुओं के नरसंहार का एक हिस्सा है। अवैध कब्जेवाली मस्जिदों में उत्तर प्रदेश और हैदराबाद के कठमुल्ले जेहाद का उपदेश देकर जहर बो रहे हैं।
इक्कजुट्ट जम्मू के अध्यक्ष अंकुर शर्मा ने कहा कि, हिंदुओं की सौ प्रतिशत जनसंख्यावाले इस क्षेत्र में अब मात्र 12 हिंदू परिवार बचे हैं। यह जम्मू की हिंदू बाहुल्य जनसंख्यिकी पर हमला है। जो लैंड जिहाद और नरसंहार का एक हिस्सा है। मंदिर पर हमला किसी ने ऐसे ही नहीं किया बल्कि, सोची समझी साजिश के अंतर्गत योजनाबद्ध तरीके से किया गया है।
Desecration of Baba Kaliveer Ji’s & Hanuman Ji’s idols is an attack on the Spiritual identity of Jammu:
IkkJutt Jammu demands demolition of Religious Structure/Centres of Radicalisation/Indoctrination built on Forest/State Lands; Restoration of Sidhra Temple. pic.twitter.com/Jjptyuu984
— Ankur Sharma (@AnkurSharma_Adv) April 18, 2022
अवैध मस्जिदों पर हो कार्रवाई
जम्मू के भटिंडी, सिधड़ा और रंगूड़ी में नदी के किनारे और वन क्षेत्र की भूमि पर सैकड़ो अवैध कब्जेदार बस गए हैं। यहां सौ से अधिक मस्जिदें अवैध रूप से खड़ी हो गई हैं। इनमें कट्टरवाद की ट्रेनिंग चल रही है। उत्तर प्रदेश और हैदराबाद से आए इस्लामी कट्टरवादी उपदेशों के माध्यम से जेहादी बीच बो रहे हैं। यह जिहाद का हिस्सा है, जिसकी ओर सरकार आंखें मूंदकर सहयोगी बनी हुई है।
एक करोड़ रुपए दे सरकार
अंकुर शर्मा ने मांग की है कि, जम्मू कश्मीर राज्य सरकार सिधड़ा मंदिर के लिए एक करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराए, जिससे मंदिर का पुनर्निर्माण हो और खंडित देवताओं की मूर्ति के स्थान पर नई मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा हो सके। मंदिर पर हमला सनातन सभ्यता को समाप्त करने की साजिश है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा
जम्मू संभाग के वन क्षेत्र और नदियों की भूमि को अनैध कब्जों से वापस लौटाया जाए। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है। सरकार हिंदू, उनके धार्मिक स्थान और जमीनों को सुरक्षा देने में असफल रही है।