पलामू पुलिस की ओर से इनामी नक्सलियों के खिलाफ पोस्टर वार की शुरुआत की गयी है। जिले के अलग-अलग इलाकों में पुलिस ने इनामी नक्सलियों के घरों एवं गांव के प्रमुख स्थानों पर आत्मसमर्पण को लेकर पोस्टर चिपका रही है, ताकि उनपर मानसिक दबाव बने और उनका मन सरेंडर करने के लिए बन जाये। पोस्टर में सरकार की सरेंडर पॉलिसी की जानकारी दी गयी है। साथ ही नक्सलियों के रैंक के हिसाब से इनाम की राशि बतायी गयी है। पुलिस ने पंचायत भवन, स्कूल, बाजार सहित करीब 15 जगहों पर नक्सलियों और उग्रवादियों के फोटो सहित पोस्टर लगाये हैं।
पुलिस ने पोस्टर वार किया तेज
जिले के घोर उग्रवाद प्रभावित मनातू थाना क्षेत्र में पुलिस ने पोस्टर वार तेज किया है। मनातू थाना प्रभारी पवन कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने बुधवार को बिहार सीमा से सटे छोटकी नागद पहुंचकर 15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर आक्रमण गंझू के घर पोस्टर चिपकाए। इसी तरह 10 लाख के इनामी आरीफजी उर्फ शशिकांत के घर पर आत्मसमर्पण नीति से संबंधित पुलिस ने पोस्टर लगाए।
सोनू यादव के खिलाफ लगाया पोस्टर
छतरपुर थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने माओवादी कमांडर अभिजीत यादव उर्फ सोनू यादव के खिलाफ पोस्टर लगाया है। अभिजीत पर पांच लाख का इनाम है। अभिजीत का घर छतरपुर थाना क्षेत्र के बंधुडीह तिलैया में है। थाना प्रभारी कुणाल कुमार के नेतृत्व में पुलिसकर्मी अभिजीत यादव के घर पहुंचे और कई जगह पोस्टर लगाए। पोस्टर के माध्यम से पुलिस ने सभी बड़े नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि झारखंड सरकार की पुनर्वास नीति काफी आकर्षक है। पुलिस का कहना है कि पोस्टर के माध्यम से नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
पोस्टर लगाने के दौरान पुलिस अधिकारियों ने नक्सलियों के परिजनों से भी बातचीत की। उन्होंने परिजनों को बताया कि सरेंडर करवाने में पुलिस की मदद करें। अगर नक्सली मुख्यधारा में नहीं लौटते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।