रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने 24 अप्रैल को कहा कि महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गयी है और हालात आपातकाल जैसे हो गए हैं। निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति निर्दलीय विधायक रवि राणा से मिलने गए भाजपा नेता किरीट सोमैया पर पुलिस स्टेशन में पुलिस के सामने हमला किया गया। इस हमले में सोमैया की ठुड्डी में चोट आई है और उन्होंने बांद्रा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। रावसाहेब ने सोमैया पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है।
सोमैया पर हमल की निंदा
दानवे ने पत्रकारों से कहा कि राणा दंपति ने मातोश्री के सामने केवल हनुमान चालीसा के पाठ की मांग की थी। इसमें गलत क्या था? हनुमान चालीसा का इतना विरोध क्यों है? इसी तरह की स्थिति आपातकाल में भी थी, लेकिन लोग इसका बदला लिए बिना नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में किरीट सोमैया पर हमला करने वालों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राणा दंपति को लेकर कही ये बात
रावसाहेब ने कहा, मैं राणा दंपति और अन्ना हजारे की तुलना नहीं करूंगा, लेकिन जब अन्ना हजारे कुछ सवालों के साथ भूख हड़ताल पर जाते हैं, तो हम देखते हैं कि सरकार इस पर ध्यान देती है और सरकार के प्रतिनिधि उनसे चर्चा करते हैं। राणा दंपति जनप्रतिनिधि हैं। अगर उन्होंने कोई मांग की थी तो सरकार के प्रतिनिधि को उनके पास भेजा जाना चाहिए था और उनसे चर्चा करनी चाहिए थी।