महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री पर हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश करने पर राणा दंपति को गिरफ्तार किए जाने कर एक दिन लॉक अप में रखा गया था। उन्होंने इस दौरान अपने साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि लॉक अप में उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उनका आरोप है कि पिछड़ा वर्ग से होने के कारण उन्हें पानी तक नहीं दिया गया और बाथ रूम इस्तेमाल करने भी नहीं दिया गया। इसके साथ ही उनके लिए असम्मानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया। उनके इस तरह के आरोप को मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने गलत बताया है। अपने दावे के समर्थन में पांडेय ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें राणा दंपति का आवभगत किया जा रहा है।
पुलिस आयुक्त ने क्या कहा?
वीडियो में मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय पांडेय ने ट्वीट किया कि सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा को थाने में बैठकर चाय पीते देखा गया। नवनीत राणा ने जहां पुलिस पर पानी तक नहीं देने का आरोप लगाया है, वहीं संजय पांडे ने वीडियो में अपने सभी आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने वीडियो में लिखा है कि क्या हमें और कुछ कहने की जरूरत है?
Do we say anything more pic.twitter.com/GuUxldBKD5
— Sanjay Pandey (@sanjayp_1) April 26, 2022
नवनीत राणा ने क्या कहा?
मैंने सिर्फ मुख्यमंत्री आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत मांगी थी और मैं बस इतना ही करने जा रही थाी। मकसद किसी की भी धार्मिक भावना को भड़काना नहीं था। मैंने मुख्यमंत्री को भी इसके लिए निमंत्रण दिया था। बाद में हमें लगा कि इससे शायद कानून-व्यवस्था बिगड़ेगी, इसलिए हमने कहा कि मातोश्री मत जाओ। इसके बजाय, हमने अपने खार स्थित घर पर ही हनुमान चालीसा पढ़ने का निर्णय लिया। राणा दंपति ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में इन बातों का जिक्र किया है।