दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित कई राज्यों में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों ने केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार अब अलर्ट मोड पर है। बढ़ते मामलों पर किस प्रकार से रोकथाम की जाए इस पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अप्रैल को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव उषा शर्मा भी शामिल होंगी।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और कई केंद्रीय अधिकारी भी शामिल होंगे। देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों से एक बार फिर कोरोना की चौथी लहर की आशंका बनी हुई है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना की रोकथाम को लेकर सुझाव लेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बैठक में अपने सुझाव और अनुभव साझा करेंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण अब तक के कोरोना मामलों को लेकर अपना प्रेजेंटेशन देंगे। साथ ही सभी राज्यों को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन पर जोर देने के निर्देश भी बैठक में दिए जाएंगे।
सख्ती बरतने के निर्देश
मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली वर्चुअल बैठक के बाद केंद्र सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण को लेकर सभी राज्यों के लिए केंद्र सरकार की ओर से नई एडवाइजरी जारी हो सकती है। जिसमें नए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे और जिन राज्यों में केस लगातार बढ़ रहे हैं वहां पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए जाएंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि पर चिंता जाहिर कर चुके हैं और साथ ही केंद्र सरकार से भी इस बात को लेकर अपील कर चुके हैं कि विदेश से आने वाले यात्रियों खासकर चीन से आने वाले यात्रियों पर रोक लगाई जाए, क्योंकि इस वक्त चीन में लगातार कोरोना संक्रमण के आंकड़े बढ़ रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने बुलाई थी बैठक
देश के कई अन्य राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि प्रदेश में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष फोकस किया जाए। साथ ही वैक्सीनेशन पर जोर देने और लोगों से एहतियात बरतने की अपील की जाए।
वर्तमान स्थिति
बीते 24 घंटे में राजस्थान में भी कोरोना संक्रमण के 50 मामले सामने आए हैं। अकेले राजधानी जयपुर में कोरोना संक्रमण के 30 केस सामने आने से सरकार की चिंता बढ़ गई है।