हलिया क्षेत्र के ड्रमंडगंज वनरेंज में तीन दिनों से धधक रहे कैमूर पहाड़ के जंगल की आग बुझाने के लिए वन विभाग की टीम तेजी से जुटी हुई है, लेकिन जंगल में सुलग रही आग को काबू करने में टीम अभी तक नाकाम रही है। बबुरा रघुनाथ सिंह वनक्षेत्र और महुगढ़ी वनक्षेत्र में लगी भीषण आग पर तीसरे दिन भी काबू नहीं पाया जा सका जिसके चलते तेजी से जंगल खाक हो रहे हैं।
आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका
बीते 26 अप्रैल शाम को लहुरियादह जंगल में लगी आग ने बबुरा रघुनाथ सिंह वनक्षेत्र के धराना और बापाधिया जंगल को अपनी चपेट में ले लिया और आग बढ़ते हुए महुगढ़ी वनक्षेत्र तक करीब पांच किलोमीटर के दायरे में फैल चुकी है। 27 अप्रैल रात कैमूर पहाड़ के धराना, बापाधिया, छिहोर, मझारी के जंगल में लगी भीषण आग गांवों में दूर से ही दिखाई दे रही थी। 27 अप्रैल को एसडीओ प्रोमिला उरांव के नेतृत्व में वन विभाग की टीम आग बुझाने में जुटी रही लेकिन पहाड़ पर लगी भीषण आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है। 28 अप्रैल को भी वन विभाग की टीम आग बुझाने में जुटी है। आग बबुरा रघुनाथ सिंह वनक्षेत्र से बढ़कर महुगढ़ी वनक्षेत्र के अग्नि जंगल तक पहुंच गई है और धीरे-धीरे ड्रमंडगंज जंगल की तरफ बढ़ती जा रही है। आग की चपेट में आकर जंगल के हरे भरे पेड़-पौधे व जंगल में विचरण करने वाले वन्यजीव खाक हो रहे हैं। आग की चपेट में आने से बड़े पैमाने पर वन संपदा को क्षति पहुंची है।
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वन विभाग की टीम तत्परता के साथ जुटी हुई है
इस संबंध में एसडीओ प्रोमिला उरांव ने बताया कि आग बुझाने के लिए वन विभाग की टीम तत्परता के साथ जुटी हुई है। पहाड़ों पर जगह-जगह फायर लाइन बनाकर आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। तेज हवाओं के कारण वन कर्मियों को आग बुझाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जल्द ही जंगल की आग पर काबू पा लिया जाएगा।