अर्णब, कंगना पर निर्णय फरवरी तक

विशेषाधिकार हनन का आरोप झेल रहे पत्रकार और अभिनेत्री के मामले में सदन की समिति को फरवरी तक का समय मिल गया है। समिति का कार्यकाल समाप्त हो रहा था जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।

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विशेषाधिकार हनन मामले में विधानसभा की समिति को फरवरी तक का समय दिया गया है। इस मामले को लेकर महाराष्ट्र विधान सभा में काफी हंगामा हुआ। इस बीच विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष दीपक केसरकर ने समिति के कार्यकाल को बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया जिसे ध्वनि मत से मंजूर कर लिया गया।

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विशेषाधिकार समिति का कार्यकाल अब बजट सत्र के अंतिम दिन तक बढ़ा दिया गया है। यह सत्र फरवरी में होगा। विशेषाधिकार के मामले में दो मुद्दे महत्वपूर्ण हैं जिनको लेकर विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के मध्य काफी हंगामा भी हुआ। पत्रकार अर्णब गोस्वामी और अभिनेत्री कंगना रनौत पर विशेषाधिकार हनन का मामला निर्णय के लिए प्रलंबित है। अब फरवरी तक इस मामले में निर्णय हो सकता है।

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क्या है मामला?

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने पत्रकार अर्णब गोस्वामी और अभिनेत्री कंगना रनौत के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का मामला पेश किया है। अर्णब पर मुख्यमंत्री के लिए अशोभनीय उच्चारण का आरोप है जबकि कंगना पर मुंबई की तुलना (पाक अधिकृत कश्मीर) पीओके से करने का आरोप है। यह मामला सदन की विशेषाधिकार समिति के पास लंबित है।

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