धर्मनगरी हरिद्वार से चार धाम यात्रा के लिए 1 मई को श्रद्धालुओं का एक और जत्था रवाना किया गया। चार धाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के चारधाम यात्रा के लिए पहुंचने से हरिद्वार ट्रैवल एसोसिएशन भी काफी खुश नजर आया और नारियल फोड़कर उन्होंने यात्रा की विधिवत शुरुआत की है।
गौरतलब है कि हर साल चारधाम यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालु हरिद्वार आते हैं। जिससे हरिद्वार के ट्रैवल एसोसिएशन और व्यापारियों का कारोबार बढ़ जाता है। इस साल 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। जिसके बाद श्रद्धालुओं का जत्था गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन करने के बाद बदरीनाथ एवं केदारनाथ के दर्शन को रवाना हो जाएगा। 6 मई को केदारनाथ और 8 मई को बदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
श्रद्धालुओं का कहना है कि चारधाम यात्रा से पहले उन्होंने गंगा स्नान कर मां गंगा का आशीर्वाद लिया है। इसके बाद उन्होंने सिद्धपीठ मां माया देवी के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालुओं के मन में बदरी, केदार, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन करने की बड़ी अभिलाषा है। कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा दो साल प्रभावित रही है। ऐसे में वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि कोरोना दोबारा ना आए और इसी तरह से चारधाम यात्रा चलती रहे।
ट्रैवल व्यापारी सुरेंद्र जैन ने कहा कि जिस तरह से इस बार चारधाम यात्रा को बिना किसी पाबंदी के खोला गया है, उसके लिए हम सभी कारोबारी धामी सरकार का धन्यवाद करते हैं। जिन्होंने हमारी समस्याओं को देखते हुए इस बार चार धाम यात्रा सकुशल कराने का निर्णय लिया। उन्हें उम्मीद है कि भारी संख्या में इस बार चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालु पहुंचेंगे। वहीं, चारधाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं से निवेदन करते हैं कि वह बिना किसी हिचकिचाहट के इस बार चारधाम यात्रा के लिए आएं और चारों धामों का दर्शन करें।
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