मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि उन्हें मीडिया, पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के लगातार फोन आ रहे हैं। तरह-तरह की बातें की जा रही हैं। इसलिए उन्हें 4 मई को 6 बजे शाम में प्रस्तावित प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर एक बजे लेनी पड़ी। उन्होंने कहा कि ये मुद्दा राजनैतिक नहीं, सामाजिक है और इससे सबको परेशानी हो रही है।
राज ठाकरे ने कहा कि मुंबई में कुल1440 मस्जिद हैं। इनमें से 135 में पांच बार अजना दिया गया। मैं पूछना चाहता हूं कि मुंबई पुलिस ने इन मस्जिदों के खिलाफ क्या कार्रवाई की? कार्रवाई की जाएगी भी या नहीं।
राजनैतिक नहीं सामाजिक है मुद्दा
उन्होंने कहा कि इसका श्रेय लेने की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। इससे सबको परेशानी है और यह सब बंद होना चाहिए। ठाकरे ने कहा कि जब तक मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर नहीं हटाए जाते, तब तक उनका हनुमान चालीसा पाठ जारी रहेगा।
अधिकांश मस्जिद अवैध
राज ठाकरे ने कहा कि मुंबई में अधिकांश मस्जिद अवैध हैं। उन पर भी लाउडस्पीकर की मंजूरी दी गई है। मनसे प्रमुख ने कहा कि जब सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला दिया है, तो उस आदेश का पालन होना चाहिए। उस पर विवाद क्यों है? मैं इस आदेश को नहीं मानने वाली मस्जिदों पर कार्रवाई की उम्मीद करता हूं।
अजान के लिए लाउडस्पीकर की क्या जरुरत है?
मनसे प्रमुख ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था बिगड़े लेकिन सरकार और पुलिस को भी इस बारे में सोचना चाहिए। राज ठाकरे ने कहा कि अजान और नमाज पढ़ने लिए लाउडस्पीकर की क्या जरुरत है। ये सब मस्जिद या घर में होना चाहिए। इसके लिए किसी ने नहीं रोका है। इसके लिए दूसरों को परेशान करने की क्या जरुरत है? इस बात को समझना चाहिए। राज ठाकरे ने कहा कि जब तक मस्जिदों पर अजान जारी रहेगा, तब तक उनका हनुमान चालीसा पाठ जारी रहेगा।