बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन का कहना है कि बिहार देश में इथेनॉल हब के रूप में स्थापित हो चुका है । पहले चरण में राज्य के विभिन्न-विभिन्न स्थानों पर 17 इथेनॉल उत्पादन इकाइयां लग चुकी हैं । बिहार इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2021 के तहत 30,382 करोड़ रूपए के निवेश के प्रस्ताव आए हैं । इसके साथ ही बिहार टेक्सटाइल एंड लेटर पॉलिसी 2022, बिहार लॉजिस्टिक्स पॉलिसी 2022, बिहार एक्सपोर्ट पॉलिसी 2022 लाने की तैयारी है।
उद्योग मंत्री हुसैन ने कहा कि बिहार में निवेश को प्रोत्साहित करने और औद्योगिक विकास के लिए कई शर्तों और नियमों को आसान बनाकर सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है । इंडस्ट्रियल पार्क, इंटेगरेटड मैनूफ्कैचरिंग क्लस्टर- गया , मेगा फूड पार्क- मुजफ्फरपुर इलेक्ट्रिक मैनुफैक्चरिंग क्लस्टर- बेगूसराय , आईटी पार्क- पटना बनाकर जरूरी आधारभूत संरचना विकसित की गई है।
सबसे बड़े सवाल का शाहनवाज हुसैन का जवाब
सबसे बड़ा सवाल है कि बिहार के बारे में लोगों की राय को कैसे बदला जाए? अपहरण, माफिया ,दबंगई की छवि पर चोट कैसे की जाए? इस सवाल के जवाब में शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार को अब बॉलीवुड की आवश्यकता नहीं है। औद्योगिकीकरण की दिशा में बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक साल में 555 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए 36 हजार 253 करोड़ रूपए के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। बिहार में उद्योग लगाकर ही बिहार का कायाकल्प किया जा सकता है ।
प्रशांत किशोर की राजनैतिक भविष्य पर कही ये बात
मुख्य चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बिहार में राजनीति की शुरुआत करने के फैसले पर उन्होने कहा कि बिहार में किसी भी पॉलिटिकल इंन्वेस्टमेंट के लिए कोई जगह नहीं है । पूर्वी भारत में अहम पड़ाव पर स्थित बिहार में सड़क मार्ग के साथ हवाई कनेक्विटी में भी सुधार हुआ है । पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट्स के साथ ही देवघर, वाराणसी, बागडोगरा और कुशीनगर के एयरपोर्ट भी यात्रा को सुलभ बनाते हैं ।