केदारनाथ दर्शन के लिए पहले दिन 12 हजार तीर्थ यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। दो साल बाद इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थ यात्रियों के आने की उम्मीद है।
केदारनाथ जाने के लिए 31 मई तक एक लाख 90 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने अपना पंजीकरण कराया है, जबकि केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं की 5 जून तक एडवांस बुकिंग हो गई है।
असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान
पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्री दर्शन कर पाएंगे। अभी तक पंजीकरण का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं। यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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तीर्थ यात्रियों का स्वागत
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार की ओर से चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केदारनाथ के बाद 08 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे और चार धाम यात्रा पहले की तरह संपूर्ण रूप से संचालित की जाएगी। उत्तराखंड सरकार तीर्थ यात्रियों के सर्वोत्तम आतिथ्य की सेवा के लिए तैयार है।
पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंची
परंपरा के अनुसार भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंच चुकी है। यह 2 मई को केदारनाथ के शीतकालीन निवास ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ के लिए रवाना हुई थी और केदारनाथ धाम पहुंचने से पहले विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, गौरीमाई मंदिर,फाटा और गौरीकुंड सहित कई पड़ावों पर रुकी थी। इस बीच, केदारनाथ मंदिर को इस अवसर पर फूलों से सजाया गया। 04 मई को बारिश और बर्फबारी के बावजूद मंदिर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट 06 मई सुबह 06 बजकर 15 मिनट पर पुजारियों की ओर से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले जाएंगे, जबकि चार तीर्थों में से अंतिम धाम बदरीनाथ धाम के कपाट 08 मई को तीर्थयात्रियों के लिए खोले जाएंगे।