पिछले साल पूरे विश्व में कोरोना से हुई मौत का नया आंकड़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जारी किया है। इसको लेकर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मौत के आंकड़े गणितीय मॉडल के आधार पर तैयार किया गया है, जिसका भारत सरकार विरोध करती है। इन आंकड़ों को तैयार करने के लिए उपयोग किए गए मॉडलों की वैधता और डेटा संग्रह की कार्यप्रणाली संदिग्ध हैं।
आंकड़ा गणितीय मॉडल के आधार पर तैयार
मंत्रालय के मुताबिक 1.3 करोड़ लोगों की मौत का आंकड़ा गणितीय मॉडल के आधार पर तैयार किया गया है जो सभी देशों में लागू नहीं होता। भारत ने लगातार “एक आकार फिट बैठता है”, दृष्टिकोण और मॉडल के उपयोग पर आपत्ति जताई है।
कोरोना से हुई मौत के आंकड़े दर्ज
भारत ने इस मामले में डब्ल्यूएचओ के साथ सहयोग और समन्वय करना जारी रखा और औपचारिक संचार (नवंबर 2021 से मई 2022 तक ) 10 बार किया। लेकिन फिर भी अपने मॉडल को अपनाते हुए मौत के आंकड़े जारी किए गए जो गलत है। भारत में कोरोना से हुई मौत के आंकड़े दर्ज करने का मॉडल बहुत विश्वसनीय और सटीक है।