अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के शार्प शूटर्स और तस्करों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी की बड़ी कार्रवाई हुई है। इनके मुंबई स्थित 20 ठिकानों पर छापेमारी हुई है। ये दाऊद के गुर्गों के ठिकाने हैं। इनमें शार्प शूटर्स, डी कंपनी के रियल एस्टेट मैनेजर शामिल हैं। इसके आलावा कई हवाला कारोबारियों पर भी छापेमारी जारी है।
ये छापेमारी मुंबई के बोरिवली, सांताक्रुज, बांद्रा, नागपाड़ा, गोरेगांव, परेल में स्थित हैं। यह कार्रवाई गृह मंत्रालय के आदेश पर की जा रही है।
डी कंपनी संयुक्त राष्ट्र द्वारा बैन आतंकवादी संगठन है। 1993 में मंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में आरोपी दाऊद को 2003 में संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित किया था। उस पर 25 मिलियन डॉलर का इनााम भी रखा गया था। दाऊद से जुड़े मामले की जांच गृह मंत्रालय ने फरवरी 2022 में एनआईए को सौंपी थी। एनआईए आतंकी गतिविधियों की जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी है। इससे पूर्व ईडी दाऊद से जुड़े मामलों की जांच कर रही थी।
गृह मंत्रालय का आरोप
गृह मंत्रालय के मुताबिक, डी कंपनी और दाऊद इब्राहिम टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग स्मगलिंग और नकली करेंसी (एफआईसीएन) का कारोबार कर भारत में आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं दाऊद इब्राहिम और उसकी डी कंपनी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) और अलकायदा के जरिए भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही है। डी कंपनी एक संयुक्त राष्ट्र (यूएन) प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है। वहीं 1993 के मुंबई बम धमाकों के आरोपी दाऊद को 2003 में यूएन ने ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था।
लिस्ट में छोटा शकील सहित कई कुख्यात अपराधी शामिल
एनआईए न केवल दाऊद इब्राहिम और उसकी डी-कंपनी की आतंकवादी गतिविधियों की जांच करेगी बल्कि अंडरवर्ल्ड डॉन के गुंडों छोटा शकील, जावेद चिकना, टाइगर मेनन, इकबाल मिर्ची (मृत), दाऊद की बहन हसीना पारकर (मृतक) से संबंधित आतंकवादी गतिविधियों की भी जांच करेगी। दाऊद इब्राहिम फिलहाल पाकिस्तान में छिपा है और कहा जाता है कि वह कराची के पॉश इलाके में रहता है।