श्रीलंका में आर्थिक संकट के चलते हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। विपक्ष और जनता का विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर है। सोमवार को ही राष्ट्रपति गोटाया राजपक्षे के कहने पर प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद पूरे देश में हिंसा भड़क गई। दंगाइयों ने उनके पुश्तैनी मकान को आग के हवाले कर दिया है। इसके अलावा सत्ताधारी पार्टी के कई सांसदों का घर जला दिया गया है।
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने हालात से निपटने के लिए सेना को उतारने के साथ ही देशव्यापी कर्फ्यू का ऐलान कर दिया। इसके बाद सेना और पुलिस के बीच हुई झड़प में कई लोगों को गोली लगने और मरने की भी सूचना है। जानकारी के अनुसार झड़प में 5 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हालांकि इस संबंध में सरकार की तरफ से आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
House of just-resigned PM of Sri Lanka Mahinda Rajapaksa burnt down. Houses of many MPs also have been burnt down. pic.twitter.com/oq10kRoiEj
— Sidhant Sibal (@sidhant) May 9, 2022
देश में इमरजेंसी लागू
जानकारी के अनुसार कुरुनेगला शहर में स्थित महिंद्रा राजपक्षे के पैतृक घर को 9 मई की शाम प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। इस बीच देश में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। पुलिस ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है लेकिन हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है।
श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना पर आरोप
श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा ने देश में आगजनी के लिए श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) को जिम्मेदार ठहराया है। रणतुंगा ने कहा कि श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना ने पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर लोगों को इकट्ठा किया। रणतुंगा ने ये भी कहा कि दंगाइयों को पोदुजाना पेरामुना ने ही सांसदों के घर के बाहर इकट्ठा किया। उल्लेखनीय है कि दोपहर से लेकर देर शाम तक श्रीलंका की सत्ताधारी पार्टी के कई सांसदों के घर में आग लगाई जा चुकी है।
राजपक्षे की बढ़ाई गई सुरक्षा
इस बीच खबर है कि राजपक्षे परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा अधिकारियों ने राजपक्षे परिवार से मुलाकात की है। दरअसल, टेंपल ट्री स्थित पीएम आवास पर देर शाम दंगाइयों ने घुसने की कोशिश की थी। प्रदर्शनकारियों के समूह को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे।