लोक निर्माण विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू की अघ्यक्षता में दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक एवं गुणवता परीक्षण कार्यक्रम आज संपन्न हुइ है। इसके लिए प्रदेश भर से सभी सेक्सन के इंजीनियरों को रायपुर बुलाया गया था। समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने साफ शब्दों में अभियंताओं एवं विभागीय अधिकारियों को कार्यों की गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वालें अभियंताओं को मंत्री साहू ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, चिंतामणि महाराज, लोकनिर्माण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम लिमिटेड के एमडी हिमशिखर गुप्ता एवं प्रमुख अभियंता विजय भत्तपहरी मौजूद रहे। लोक निर्माण विभाग के मंत्री ताम्रध्वज साहू ने सभागार में मौजूद समस्त अभियंताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर जन सुविधाओं को ध्यान में रखकर विभाग को निर्माण कार्यों के लिए समुचित बजट दिया गया है। बरसात से पहले उन्हें सड़क में गड्ढा नहीं दिखना चाहिए।
उन्होंने ने कहा कि जब वे सांसद थे तो अखबारों में सड़के गड्ढों की तस्वीर छपती थी। लिखा जाता था, इसे सड़क कहें कि तालाब। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ऐसा छपा हुआ नहीं दिख रहा है। सड़कों पर काम हुआ है। फिर भी कई जगह सड़क टूटने की खबरें आ रही हैं। ऐसी सड़कों में गड्ढे भरे जाने चाहिए ताकि बरसात का पानी उसमें जमा होकर नुकसान न करे। अभी बरसात में एक महीने का वक्त है। तब तक यह काम पूरा हो जाना चाहिए। सरकार लोन लेकर सड़क बनवा रही है। ऐसे में जरूरी है कि यह काम तय समय के भीतर पूरा कर लिया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना पर भी जोर दिया। लोक निर्माण मंत्री ने कहा, जिस काम का रिजल्ट अच्छा नहीं आता, जनता उसे पसंद नहीं करती। ऐसे में कार्य संस्कृति में बदलाव भी जरूरी है। निर्माण कार्यो की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। राशि का पूरा सदुपयोग होना चाहिए, जितना काम उतनी ही राशि का प्राक्कलन बनाए। अपने क्षेत्र में जो महत्वपूर्ण काम है उसे प्रमुखता के साथ करना है।