हनुमानताल थानांतर्गत जैन मंदिर में स्थापित 300 वर्ष पुरानी 70 किलो वजनी देवी पद्मावती की मूर्ति रातों रात गायब हो गई। जैन समाज के लोग 16 मई की सुबह जब पूजन-अर्चन करने पहुंचे तो इसकी जानकारी हुई, पूछताछ ट्रस्ट से जुड़े लोग इस बारे में कुछ साफ-साफ जवाब नहीं दे रहे हैं। मूर्ति को शिफ्टिंग करने को लेकर कुछ समय से विवाद चल रहा था। शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
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नए मंदिर का निर्माण
थाना प्रभारी हनुमानताल उमेश गोल्हानी ने बताया कि प्रसिद्ध हनुमानताल में जैन समाज ने नए मंदिर का निर्माण कराया है। इस मंदिर में जैन मंदिर के ट्रस्टियों की सहमति बनी थी कि वहां सिर्फ जैन तीर्थंकरों की मूर्तियां रहेंगी। देवी पद्मावती की मूर्ति को कहीं और स्थापित कर दिया जाए,पर जैन समाज के लोग इसका विरोध कर रहे थे। देवी पद्मावती की मूर्ति को रातों-रात गायब कर दिया गया ,आज सुबह मंदिर गये लोगों ने देवी पद्मावती की मूर्ति नहीं देखी तो ट्रस्टियों से बात की, पर उनकी ओर से कुछ नहीं बताया गया। इसके बाद हनुमानताल थाने में मूर्ति गायब होने का प्रकरण दर्ज कराया गया है जिसे पुलिस ने जांच में लिया है।