कोरोना महामारी ने मार्च 2020 से पूरे विश्व में तबाही मचा रखी है। इसे लेकर चीन के साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन पूरी दुनिया के निशाने पर है। इस आलोचना से बचने के लिए डब्ल्यूएचओ ने एक बार फिर से इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है। उसने चीन के वुहान जाकर इसकी जांच कराने का फैसला किया है। इसके लिए संगठन की एक टीम गठित की जाएगी। समझा जा रहा था कि चीन इसकी मंजूरी नहीं देगा, लेकिन उसने संगठन की टीम को वुहान मे एंट्री की मंजूरी दे दी है। बताया जाता है कि विश्व से डरकर उसने यह मंजूरी दी है। उसने ये भी वादा कि है कि जनवरी 2021 में वुहान आनेवाली डब्ल्यूएचओ की टीम की वह पूरी मदद करेगा।
चीन करता रहा है इनकार
चीन ने शुरू से ही वुहान से कोरोना की उत्पति होने की आशंकाओं को निराधार बताया है। अब उसने कहा है कि वह डब्ल्यूएचओ को वुहान में कोरोना की उत्पति स्थल का पता लगाने में मदद करने के लिए तैयार है।
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दुनिया के निशाने पर चीन
विश्व में महामारी फैलने को लेकर चीन शुरू से विश्व भर के देशों के निशाने पर रहा है। वे चीन के वुहान शहर को उसकी उत्पति स्थल मानते हैं। उनका आरोप है कि चीन ने समय रहते इस खतरनाक बीमारी के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। चीन की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है, जब संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के विशेषज्ञ चीनी शहर का दौरा करने की तैयारी कर रहे हैं।
10 विशेषज्ञों की टीम करेगी दौरा
डब्ल्यूएचओ के हवाले से कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की 10 विशेषज्ञों की टीम कोरोना वायरस की उत्पति स्थल की जांच करने अगले महीने वुहान शहर का दौरा करेगी। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता हेडिन हैल्डर्सन ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय मिशन की टीम को जनवरी के पहले सप्ताह में चीन जाने की उम्मीद है।
ड्रैगन और डब्ल्यूएचओ पर गंभीर आरोप
चीन के साथ ही डब्ल्यूएचओ भी कोरोना संक्रमण को लेकर निशाने पर रहा है। इस मामले में संगठन पर चीन की मदद करने और पूरी दुनिया को गुमराह करने के आरोप लगते रहे हैं। अमेरिका और भारत समेत विश्व के 62 से अधिक देशों ने इसे लेकर डब्ल्यूएचओ को कटघरे में खड़ा किया है।
पक्षपात करने का आरोप
डब्ल्यूएचओ पर अमेरिका समेत कई देशों ने चीन के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाया है। कहा जा रहा है कि जो टीम वुहान का दौरा करेगी, उसका चुनाव भी चीन ही कर रहा है। इसके लिए संगठन ने विशेज्ञों की एक सूची चीन को सौंपी है। इसमे उन लोगो के नाम हैं, जो इस मामले की जांच करेंगे।