सूचना क्रांति के काल में रक्षा मंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुए लोगों को सावधान किया है कि मोबाइल की मारक क्षमता मिसाइल की मारक क्षमता से अधिक है। उन्होंने कहा कि इसकी सहायता से सीमा पर किये ही कोई भी पहुंच सकता है। उन्होंने सभी से एक सैनिक की भूमिका निभाने का आग्रह किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभावों का उल्लेख करते हुए कहा कि समय बदलने के साथ ही खतरे और युद्ध की प्रकृति बदल रही है। भविष्य में सुरक्षा से जुड़े अन्य विषय हमारे समक्ष आ सकते हैं। उन्होंने आग कहा कि हमें गलत और भ्रामक जानकारी से खुद को और दूसरों को बचाना चाहिए।
ये भी पढ़ें – अब अमेरिका से गोपनीय दस्तावेज गुल!
बता दें कि, मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिये सीमा पार से दुश्मन दुष्प्रचार के जरिये दंगे फैलाने, गलत जानकारियां प्रसारित करने की कोशिश करता रहा है। इसका कई बार खुलासा भी हो चुका है। वार्षिक सैन्य साहित्य महोत्सव में वर्चुअल संबोधन में रक्षा मंत्री ने भी इन्हीं पर चिंता जताई।
…इसलिए चीनी ऐप पर भी लगा प्रतिबंध
चीनी मोबाइल उत्पादों पर सीमा पर तनातनी के बाद भारतीय बाजार में खरीददारी कम हो गई है। इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिये देश की सुरक्षा में सेंध लगानेवाले चीन के ऐप पर भी भारत ने प्रतिबंध लगा दिया है। भारत ने लगभग 224 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया है इसमें पबजी, टिकटॉक, कैमस्कैनर आदि शामिल हैं।
देश में तेजी से सोशल मीडिया उपयोगकर्ता बढ़ रहे हैं। जिसका अर्थ यदि रक्षा मंत्री की चिंताओं के अनुसार लगाएं तो दिनो-दिन खतरे भी उसी प्रमाण में बढ़ रहा है।
ये भी पढ़ें – ….और डर गया ड्रैगन!
देश में मोबाइल उपयोगकर्ता
- 2020 के आंकड़ों के अनुसार देश में 1.06 बीलियन मोबाइल उपयोगकर्ता हैं
- कुल जनसंख्या का 78 प्रतिशत मोबाइल उपयोगकर्ता हैं
देश में सोशल मीडिया उपयोगकर्ता
- वर्ष 2020 के आंकड़े के अनुसार लगभग 400 मीलियन सोशल मीडिया उपयोगकर्ता
- अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 के बीच 130 मीलियन उपयोगकर्ता बढ़े