अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पहली एशियाई यात्रा पर जापान और दक्षिण कोरिया जा रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि बाइडेन की यह यात्रा चीन के लिए स्पष्ट चेतावनी है कि यूक्रेन में रूस ने जो किया, वैसा एशिया में करने की कोशिश मत करना और वह भी विशेष रूप से ताइवान में वर्ना खमियाजा भुगतना पड़ेगा।
बाइडेन 19 मई को पांच दिवसीय एशियाई यात्रा के लिए निकल गए हैं। वे दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में नए दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यूं सुक-योल और टोक्यो में जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मिलेंगे। उनका यह दौरा रूस-यूक्रेन युद्ध प्रकरण में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यह है यात्रा का उद्देश्य
बराक ओबामा प्रशासन के एशिया विशेषज्ञ इवान मेडिरोस ने कहा कि यह यात्रा पूर्वी एशिया में सहयोग बढ़ाने और उसे मजबूत करने के साथ ही ताइवान के खिलाफ किसी भी चीनी कार्रवाई का मुकाबला करने की दिशा में अहम कदम होगी।