उत्तराखंड सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई।
बैठक में चिकित्सा विभाग ने जनपद में रेडियोलॉजिस्ट, मनौचिकित्सक, जनरल सर्जन, स्टाफ नर्स, एएनएम, फार्मासिस्ट, आदि पदाधिकारियों की तैनाती की बात मंत्री जी के समक्ष रखें जिस पर मंत्री द्वारा उनको उपलब्ध कराने की बात कही गई। मंत्री जी ने लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, एएनएम के पदों पर आउटसोर्स के माध्यम से नियुक्ति देने के निर्देश दिए ताकि जनपद के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सके। इसके साथ ही जिला अस्पताल में बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही 2 माह के भीतर मेडिकल कॉलेज भी शुरू करने के निर्देश दिए।
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बैठक में मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के माध्यम से 207 जांच निशुल्क कराई जा रही हैं जिनका प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि आम जनमानस को इनकी जानकारी मिले जिससे वह इसका लाभ ले सके। जिला अस्पताल में दवाई उपलब्ध न होने की स्थिति में जन औषधि केंद्र से दवाई खरीदने की बात कही। मंत्री द्वारा यह भी कहा गया कि 95 प्रतिशत लोगों का इलाज जनपद स्तर पर ही करें गंभीर परिस्थितियों में भी उनको अन्य जनपद को रेफर करें।धारचूला, मुनस्यारी, बिण तथा ब्लॉक मुख्यालय आदि क्षेत्रों में चिकित्सकों के लिए आवास की व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
मंत्री ने जनपद को 2023 तक टीवी मुक्त बनाने व टीबी रोग के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रचार करने के भी निर्देश दिए। 30 मई विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर 5 लाख लोगों को नशा मुक्ति हेतु नशा न करने की शपथ दिलाने की बात कही।बैठक में पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान तथा नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र रावत व चिकित्सा विभाग के विभिन्न अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
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