नवादा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा उद्धव योजना के तहत गंगा नदी का पानी सफलता पूर्वक पटना के मोकामा प्रखंड के हाथीदह से नवादा के मोतनाजे पहुंचा। गंगा का पानी गांव में पहुंचते ही ग्रामीणों में खुशी देखी जा रही है। गंगाजल उद्भव योजना के तहत गंगा पानी पहुंचाने का यह सफल ट्रायल हुआ। नवादा के डीएम उदिता सिंह जल संकट दूर करने में गंगाजल को तो परियोजना मील का पत्थर साबित होगी। परियोजना के तहत गंगा का पानी हाथीदह से नालंदा, नवादा और गया तक ले जाया जाएगा। इसके लिए 191 किलोमीटर से अधिक की पाइपलाइन बिछाई गई है।
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3000 करोड़ की लागत
ट्रायल के दौरान कई अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने कई दिशा-निर्देश भी दिए हैं। गंगा जल परियोजना के लिए कैबिनेट से 28 दिसंबर 2019 को मंजूरी दी गई थी। बताया जाता है कि 3000 करोड़ रुपये से इस योजना का निर्माण किया गया है। 51 किलोमीटर की दूरी में एक ही चैनल होगा। गिरियक से पानी ले जाने के लिए तीन रास्ते होंगे। एक तरफ राजगीर और दूसरी तरफ नवादा के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है। फिर गिरियक से ही वाणगंगा होते हुए तपोवन, जेठिया और दशरथ मांझी से गया के मानपुर तक पाइप पहुंचेगी।
जल संकट दूर करना उद्देश्य
गंगाजल को राजगीर के घोड़ाकटोरा में 354 एकड़ में स्टोर किया जाएगा। इस परियोजना से इन तीनों जिलों के लाखों लोगों की प्यास बुझाना मकसद है। गंगाजल उदयपुर योजना के सफल कार्य से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है। गंगाजल को भंवरा के निकट गई जमा करते जल संकट दूर करने के उद्देश्य वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की भी सरकार ने घोषणा की है जिससे एक बड़ी आबादी को पेयजल संकट दूर हो सकेगी।