राज्य में पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान पर्यटन विकास निगम सितंबर में राॅयल राजस्थान पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन शुरू करेगा। ट्रेन की पिछले दो महीने से कैरिज कारखाने में मरम्मत की जा रही है। इसमें पर्यटकों को राजस्थानी सहित विभिन्न खान-पान, आधुनिक डिजाइन की लग्जरी सीट, बार, पेंटिंग, बायो टॉयलेट सहित अन्य हाइटेक सुविधाएं मुहैया होंगी। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते सबसे बुरा असर पर्यटन पर पड़ा है। देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बीते दो साल में न्यूनतम रही। राजस्थान की शान और पर्यटकों को सर्वाधिक पसंद आने वाली राॅयल राजस्थान पैलेस ऑन व्हील्स तो बिल्कुल थम गई।
बायो टॉयलेट सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध
पुष्कर सहित कई स्टेशन पर लम्बे समय से खड़े रहने के कारण पैलेस ऑन व्हील्स खस्ताहाल हो चुकी है। अजमेर के कैरिज कारखाने में इसे संवारा जा रहा है। ट्रेन के बोगियों की आंतरिक सजावट, पर्दे, आकर्षक लाइट, एलईडी, सोफा सीट बदली जा रही है। पेंट्री कार (किचन) में भी कई ऑटोमेटिक उपकरण लगाए जा रहे हैं। इसमें डाइनिंग स्पेस और बार सुविधा भी होगी। सभी बोगियों में एसी, वाई-फाई सुविधा, आरामदायक बैड, बायो टॉयलेट सहित अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। डिब्बों पर कलर-पेंट भी शुरू हो गया है।
देश-विदेश के पर्यटकों की है पसंद
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ रॉयल पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को सितंबर से ट्रेक पर दौड़ाने का ऐलान कर चुके हैं। उन्हाेंने देश-विदेश के पर्यटकों की पसंदीदा पैलेस ऑन व्हील्स के पीपीपी मोड पर संचालन को लेकर सभी तैयारियां प्राथमिकता से करवाए जाने का ऐलान किया था। यह ट्रेन नई दिल्ली से सवाई माधोपुर- रणथम्भौर, जयपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा रूट पर संचालित होती है। इस ट्रेन में कोच के नाम अलवर, भरतपुर,बीकानेर, बूंदी, धौलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, जयपुर, झालावाड, जोधपुर, किशनगढ़,कोटा,सिरोही, उदयपुर शहरों के नाम पर रखे गए हैं।
1982 में चलाई गई थी यह ट्रेन
रेलवे-आरटीडीसी ने 1982 में पैलेस ऑन व्हील्स चलाई थी। इस लग्जरी ट्रेन में 14 कोच, एक आयुर्वेदिक स्पा कार है। इस ट्रेन में सैलानियों को सात रात और आठ दिन का सफर कराया जाता है। ट्रेन के सभी कोचेज में राजस्थानी संस्कृति पर आधारित डीलक्स और सुपर डीलक्स केबिन बनाए हुए हैं। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष राठौड़ का कहना है कि सीएम गहलोत ने 500 करोड़ की राशि से पर्यटन विकास कोष बनाया है। इससे निगम की होटल-टूरिस्ट भवनों में सेवन और फाइव स्टार सुविधाएं विकसित की जाएंगी।