जिले के बटद्रवा थाने में आगजनी की घटना को लेकर असम पुलिस के स्पेशल पुलिस महानिदेशक (एसडीजीपी) जीपी सिंह ने कहा कि सफिकुल इस्लाम की मौत की निष्पक्ष जांच के लिए डीआईजी को आदेश दिए गये हैं। पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट के साथ वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
इस्लामी जिहादी संगठनों के संबंधों की भी जांच
22 मई को यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसडीजीपी जीपी सिंह ने कहा कि घटना के वीडियो फुटेज से थाने को जलाने वाले अपराधियों का पता लगाया जा रहा है। फॉरेंसिक टीम द्वारा आग लगाए जाने की जांच की जा रही है। घटना की जांच करने के लिए डीआईजी को आदेश दिया गया है। सिंह ने कहा कि पुलिस थाने की जो फाइलों को नष्ट किया गया है, उन्हें क्यों नष्ट किया गया है, इसकी भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना में इस्लामी जिहादी संगठनों के संबंधों की भी जांच शुरू की गयी है।
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पुलिस थाने में लगा दी थी आग
उल्लेखनीय है कि 20 मई रात को नशे की हालत में पकड़े गए एक व्यक्ति को बटद्रवा थाना पुलिस के छोड़ने के बाद उसकी 21 मई को मौत हो गयी। इसको लेकर मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए थाने पर हमला कर पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी और थाना परिसर में आग लगा दी थी। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस मामले में अब तक 15 महिलाओं समेत 21 लोगों को गिरफ्तार जा चुका है। इनमें मुख्य आरोपित मजिबूर रहमान, रफिउल इस्लाम और अनवर भी शामिल हैं।