उत्तर प्रदेश में 23 मई को कई जिलों में आई आंधी और तेज बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन इस आंधी-तूफान की चपेट में आकर कई लोगों की जान चली गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को मौका मुआयना कर पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश कई दिनों से भीषण गर्मी से झुलस रहा था। गर्मी की वजह से लोग परेशान थे, लेकिन सोमवार को अचानक मौसम में परिवर्तन हुआ और तेज आंधी के साथ बारिश हुई। कई जिलों में तो तूफान और बारिश दोनों हुई है। इसकी वजह से जगह-जगह पेड़, बिजली के खंभे उखड़ गये। घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही। आंधी और बारिश से प्रदेश में अलग-जिलों से करीब 21 लोगों की मौत हो जाने की खबर है। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी-तूफान, बारिश एवं आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं से प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को पीड़ित व्यक्तियों व परिवारों को निर्धारित मानक के अनुसार तत्काल राहत वितरित किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि राहत व मदद पहुंचाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने दिए ये निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा है कि दैवीय आपदा के दृष्टिगत जनपदों में राहत कार्य प्रभावी रूप से कराया जाए। उन्होंने आपदा में घायल व्यक्तियों की समुचित चिकित्सीय व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि सहायता प्रदान करने के लिए अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता के सम्बन्ध में शासन को तत्काल सूचित किया जाए। उन्होंने इस आपदा में हुई जनहानि, पशुहानि तथा फसल क्षति के सम्बन्ध में आकलन कराकर विस्तृत आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
तत्काल जरुरी कदम उठाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सभी जनपदों से फीडबैक लेकर आवश्यकतानुसार तत्काल जरूरी कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को अपने जनपदों में सघन दौरा करने एवं नुकसान का जायजा लेने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मण्डलायुक्तों को राहत कार्याें का प्रभावी निगरानी करने के लिए निर्देशित किया है।