प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 मई को कहा कि हमारे देश में सुधार (रिफॉर्म) की जरूरत हमेशा महसूस की जाती थी, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पाता था। पिछले 3 दशकों में लगातार बनी रही राजनीतिक अस्थिरता के कारण देश ने राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी देखी। किंतु, वर्ष 2014 के बाद से देश राजनीतिक इच्छाशक्ति को भी देख रहा है और लगातार रिफॉर्म भी हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा?
यहां इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आईएसबी को सफलता के इस पड़ाव पर पहुंचाने में अनेकों लोगों की तपस्या रही है। साल 2001 में अटल जी ने इसे देश को समर्पित किया था। तब से लेकर आज तक लगभग 50 हजार एक्जीक्यूटिव यहां से ट्रेंड होकर निकले हैं।
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भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 26 मई आईएसबी एशिया के टॉप बिजनेस स्कूलों में से एक है। 26 मई भारत जी20 देशों के समूह में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। इसके साथ ही स्मार्टफोन डेटा कंज्यूमर मामले में भारत पहले नंबर पर है। इंटरनेट यूजर्स की संख्या को देखें तो भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। ग्लोबल रिटेल इंडेक्स में भी भारत दुनिया में दूसरे नंबर में है। दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम भी भारत में है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार भारत में है। भारत आज ग्रोथ के एक बड़े केंद्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत में अब तक का सबसे ज्यादा, रिकॉर्ड एफडीआई आया।
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