धर्मनगरी हरिद्वार में सोमवती अमावस्या के स्नान से पहले पुलिस-प्रशासन के यातायात व्यवस्था की पोल खुल गई। हरिद्वार में कई जगहों पर जाम के झाम से लोग परेशान दिखे। जाम में एक किमी का सफर तय करने में एक घंटा लग गया। 30 मई को सोमवती अमावस्या पर स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं के आने पर भारी ट्रैफिक के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है।
28 मई और 29 मई की छुट्टी होने के कारण 28 मई को हजारों की संख्या में यूपी, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली की गाड़ियां हरिद्वार पहुंच रही हैं। इस कारण पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्किंग को जाने वाला रास्ते पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। इतना ही नहीं, हरिद्वार के अन्य रिहायशी इलाकों में पार्किंग फुल होने से लोग गाड़ियों को सड़क पर ही पार्क करके जाने लगे। इस कारण स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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भक्तों को हो सकती हैं परेशानी
हरिद्वार में पार्किंग की अव्यवस्था होने से ऐसी स्थिति अक्सर पैदा होती है। लेकिन सवाल हरिद्वार प्रशासन पर खड़ा होता है। पुलिस की ट्रैफिक व्यवस्था होने के बावजूद भी बस संकरी गलियों और रिहायशी इलाकों में घुस रही हैं। ऐसे में अब सवाल 30 मई को सोमवती अमावस्या के स्नान को लेकर है। पर्व पर हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए लाखों लोग पहुंचते हैं। लेकिन अगर प्रशासन की यही व्यवस्था रही तो तय है कि लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है।
एसडीएम के दावे की निकली हवा
एसडीएम हरिद्वार ने 28 मई शाम ही दावा किया था कि अब शांतिकुंज के सामने निर्माणाधीन फ्लाईओवर के आसपास जाम नहीं लगेगा। इस इलाके में ट्रैफिक की नई व्यवस्था कर दी गई है। लेकिन एसडीएम के दावे की हवा चंद घंटों में ही निकल गई। निर्माणाधीन फ्लाईओवर के दोनों ओर वाहनों की कतारें लगी लग गई। इन वाहनों के बीच दो एंबुलेंस में मरीज भी फंसे नजर आए।
मरीजों की बढ़ी परेशानी
बताया जा रहा है कि एनएचएआई द्वारा गलत समय पर शुरू किया गया शांतिकुंज फ्लाईओवर का काम अब न केवल पुलिस-प्रशासन बल्कि मरीजों की जिंदगी पर भी भारी पड़ता नजर आ रहा है। इस फ्लाईओवर के दोनों तरफ बीते कई दिनों से जाम का बुरा हाल है। यहां से गुजरने वाले प्रत्येक यात्री को कई कई घंटे जाम से दो चार होना पड़ रहा था, जिसके बाद पिछले 2 से 3 दिन में प्रशासन ने यहां पर नई व्यवस्था लागू की थी। साथ ही यह भी दावा किया था कि अब इस इलाके में जाम से छुटकारा मिल गया है। लेकिन एसडीएम हरिद्वार पूरण सिंह राणा के इन दावों की हवा चंद घंटों में ही निकल गई। रात करीब साढ़े 9 बजे निर्माणाधीन फ्लाईओवर के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी नजर आईं। सबसे ज्यादा परेशानी हरिद्वार से हायर सेंटर रेफर किए जाने वाले मरीजों को झेलनी पड़ रही है।