शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले की जांच में जुटी पुलिस की तफ्तीश तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस विश्नोई (विश्नोई गैंग) के मनप्रीत नाम के तीन अलग-अलग शार्प शूटर के इर्द-गिर्द घूम रही है।
दरअसल, इस हत्याकांड की उलझी साजिश को इन तीनों के जरिये ही एजेंसियां सुलझाने में जुटी हैं। हालांकि सूत्रों के अनुसार इसमें से दो से तो जांच टीम पूछताछ कर भी चुकी है, जबकि तीसरे फरार की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक गाड़ी मुहैया कराने वाले एक मनप्रीत को तो पंजाब पुलिस की टीम ने उत्तराखंड से उसके कुछ साथियों के साथ दबोच लिया है। हालांकि इसमें सिर्फ मनप्रीत को ही गिरफ्तार किया गया, अन्य साथियों से बस पूछताछ की गई।
गिरफ्तार मनप्रीत पर यह है आरोप
गिरफ्तार मनप्रीत पर आरोपित हमलावारों को कार मुहैया कराने का आरोप है। इसे 31 मई को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपित मनप्रीत फरीदकोट के गांव ढैपई का रहने वाला है।
दूसरे मनप्रीत से पूछताछ जारी
इसके अलावा पुलिस ने दूसरे मनप्रीत जिसका पूरा नाम मनप्रीत सिंह मन्ना है, को फिरोजपुर जेल से प्रोडक्श्न वारंट पर लिया है। इन दोनों से पूछताछ कर इनके अन्य नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपितों को मुहैया कराई गई गाड़ी कोरोला गाड़ी फिरोजपुर जेल में बंद गैंगस्टर मनप्रीत सिंह मन्ना की थी। हालांकि इस पर अभी कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
तीसरे की तलाश
वहीं तीसरे अब पुलिस को पंजाब के तरनतारन निवासी तीसरे मनप्रीत की तलाश है। इसके बारे में एजेंसियों को यह सूचना मिल रही है कि इसने लॉरेंस विश्नोई गैंग को करीब दो साल पहले ही ज्वाइन किया था। यह लॉरेंस के राइट हैंड माने जाने वाले कनाडा निवासी गोल्डी बरार के संपर्क में है। उसके इशारे पर यह काम करता है। इस आधार पर एजेंसियों को शक है कि मनप्रीत ही इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता हो सकता है। इस बात के मद्देनजर ही उसकी तलाश में पंजाब से लेकर, दिल्ली, उत्तरखंड तक छापेमारी की जा रही है।
लॉरेंस के एनसीआर के जुड़े गुर्गे पर शक
इस हत्याकांड को लॉरेंस के दिल्ली-एनसीआर नेटवर्क के किसी शार्प शूटर्स के अंजाम देने का भी शक है। आशंका जताई जा रही है कि इसमें लॉरेंस के एनसीआर के गुर्गे हो सकते हैं, जिन्होंने मूसेवाला की गाड़ी को घेरकर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं।
गोल्डी बरार के जरिये हथियार उपलब्ध कराने का शक
एजेंसियों को तो यह भी आशंका है कि इन्हें हथियार कनाडा में रहने वाले विश्नोई के राइट हैंड गोल्डी बरार के जरिये मुहैया कराए गए थे। पुलिस अब पकड़े गए मनप्रीत से राज खुलवाने में जुटी है तो वहीं रिमांड पर लेकर विश्नोई से पूछताछ करने वाली स्पेशल सेल भी उसके संदिग्ध गुर्गें के बारे में जानकारी जुटाने और हत्या की साजिश पर से पर्दा उठाने का प्रयास कर रही है।