गोंडा में एक युवक ने 2 लाख रुपये के लिए खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। अपहरण के बाद खुद ही अपने पिता को फोन किया और 2 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने इस नाटकीय अपहरण कांड का खुलासा करते हुए आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है और विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
दो लाख रुपए की थी जरुरत
अपहरण और फिरौती मांगे जाने का यह नाटकीय मामला तरबगंज थाना क्षेत्र के गोपासराय गांव का है। इस गांव के रहने वाले राधेश्याम को 2 लाख रुपए की जरूरत थी। इन रुपयों के लिए राधेश्याम ने पहले अपने खुद के अपहरण की साजिश रची और फिर अपने गांव के रहने वाले विवेक सिंह के मोबाइल पर फोन कर अपने पिता से 2 लाख रुपये की फिरौती मांगी। बेटे के अपहरण और फिरौती की मांग को सुनकर पिता के होश उड़ गए। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस ने जब पूरे मामले की गहराई से पड़ताल की तो पता चला कि पीड़ित के बेटे ने ही खुद के अपहरण की साजिश रची थी और उसी ने गांव के विवेक सिंह के मोबाइल पर फोन कर अपने पिता से 2 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। वारदात की सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने खुद के अपहरण की साजिश रचने वाले आरोपी राधेश्याम को अरेस्ट कर लिया है और उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने 2 जून को बताया कि गोपासराय गांव के रहने वाले बुधराम ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसका बेटा राधेश्याम जब एक निमंत्रण में गया था तो अज्ञात बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया और उससे 2 लाख की फिरौती मांगी जा रही है। पुलिस ने जब मामले की जांच पड़ताल की तो यह तथ्य निकलकर सामने आया कि पीड़ित के बेटे राधेश्याम ने गांव के ही विवेक सिंह से 2 लाख रुपए का कर्ज लिया था। इस कर्ज को चुकाने के लिए ही राधेश्याम ने खुद के अपहरण की साजिश रची और अपने पिता से फिरौती की मांग की। सच्चाई सामने आने पर राधेश्याम को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस तरह से साजिस कर अपहरण जैसी घटना की झूठी कहानी तैयार करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।