लोगों को टमाटर की बढ़ती कीमत से राहत मिलने वाली है। दरअसल उत्तर भारत में समय से पूर्व भयंकर गर्मी ने टमाटर के पौधों को सुखा दिया। वहीं, दक्षिण भारत में बारिश ने टमाटर की फसल को बर्बाद कर दिया। राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को खुदरा बाजार में टमाटर 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है, जबकि देश के अन्य हिस्सों में भाव 106 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गया है। इस बीच केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने एक दिन पहले कहा कि अगले दो हफ्ते में टमाटर की कीमत स्थिर हो जाएगी।
दो हफ्ते में टमाटर की खुदरा कीमत होगी स्थिर
पांडेय ने कहा कि दक्षिण के राज्यों में अगले दो हफ्ते में टमाटर की खुदरा कीमत स्थिर होनी चाहिए। वहां बारिश की वजह से टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के संकलित आंकड़ों के मुताबिक देश के कई शहरों में टमाटर की खुदरा कीमत 50 से 106 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है।
इस कारण महंगा है टमाटर
खाद्य सचिव के मुताबिक बारिश के कारण टमाटर की फसल को नुकसान हुआ है, जिससे कीमतें बढ़ी हैं। टमाटर का वास्तविक उत्पादन और आवक ज्यादा है, जबकि उत्पादन में भी कोई समस्या नहीं है। पांडेय के मुताबिक सरकार ने राज्यों के साथ इस मामले पर चर्चा की है। अगले दो हफ्तों में टमाटर की कीमत स्थिर हो जानी चाहिए। खाद्य सचिव ने यह भी उल्लेख किया कि इस साल प्याज का उत्पादन ज्यादा रहा है। इसकी सरकारी खरीद भी रबी सत्र से अबतक 52,000 टन की खरीद की गई है, जो पिछले साल के 30,000 टन से कहीं ज्यादा अधिक है।