चार धाम यात्रा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर की सख्ती के बाद परिवहन विभाग ने कड़े कदम उठाए हैं। आरटीओ प्रवर्तन सुशील कुमार शर्मा ने संयुक्त रोटेशन कार्यालय पहुंचकर स्पष्ट किया कि व्यवस्था से बाहर संचालित होने वाले वाहनों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पकड़े जाने पर इनके परमिट निरस्त होंगे। इस दौरान दो वाहनों को भी अवैध संचालन के चलते पकड़ लिया गया है।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर 5 जून की सुबह ऋषिकेश मैं यात्रा के दौरान किए गए निरीक्षण के बाद संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री से लंबी बातचीत की। उन्होंने बसों की किल्लत को लेकर आरटीओ को विशेष निर्देश जारी किए। दोपहर में आरटीओ प्रवर्तन सुशील कुमार शर्मा रोटेशन कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि संयुक्त रोटेशन में शामिल कंपनियों सहित यातायात परिवहन कंपनी, दून वैली आदि के जो भी वाहन व्यवस्था से बाहर चल रहे हैं, उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। सभी चेक पोस्ट को इन कंपनियों से बसों के नंबर लेकर फ्लैश किए जा रहे हैं। चेकिंग के दौरान यदि ऐसा कोई वाहन पकड़ा जाता है तो उसका परमिट निरस्त होगा और भारतीय दंड संहिता के तहत उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
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आरटीओ प्रवर्तन अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि 5 जून से ऋषिकेश में यात्रियों की संख्या अचानक फिर से बढ़ गई है। जिस कारण यात्रियों की संख्या के अनुरूप वाहन उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। जानकारी में आया है कि व्यवस्था के खिलाफ कुछ वाहन ओवर रेटिंग करके बाहर के बाहर संचालित हो रहे हैं। सभी कंपनियों से यात्रा में संचालित वाहनों की सूची मांग ली गई है। इसके साथ ही संयुक्त रोटेशन से 70, यातायात कंपनी से 25, दून वैली कंपनी से 20 और परिवहन निगम से 35 बसें उपलब्ध कराने को कहा गया है।
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