पटना थाने के बाद अब दिल्ली की अपराध शाखा को भी दे दिया चकमा! जानिये, कौन है वो शातिर शराब माफिया

दिल्ली पुलिस ने आरोपित को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बिहार पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन इस बार भी वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।

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बिहार का बड़ा शराब माफिया कमल सिंह एक बार फिर पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। 10 जून को ही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आरोपित को गिरफ्तार किया था। कोर्ट पेश करने के बद कमल सिंह को 11 जून को बिहार पुलिस के हवाले कर दिया गया था। चाणक्यपुरी स्थित अपराध शाखा के थाने के बाहर कार में बिठाते समय कमल बिहार पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया। बिहार पुलिस के जवानों ने उसका पीछा कर पकड़ने का भी प्रयास किया, लेकिन वह भागने में कामयाब रहा।

कमल सिंह के भागने के बाद बिहार पुलिस के जवानों के होश उड़ गए। मामले की सूचना दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में दी गई। इससे पूर्व कमल 9 अप्रैल 2022 को पटना में बिहार पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। तभी से बिहार पुलिस को उसकी तलाश थी। कमल के खिलाफ हरियाणा से बिहार में बड़े पैमाने पर शराब तस्करी करने के सात से अधिक मामले दर्ज हैं। बिहार से हवाला के जरिये रकम को हरियाणा भेजा जाता था। अब पुलिस की कई टीमें आरोपित कमल सिंह की तलाश कर रही है।

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अपराध शाखा ने कमल को किया गिरफ्तार
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कमल को गिरफ्तार करने के बाद बिहार पुलिस को सूचना दे दी थी। पटना के थाने पीर बहोर से पुलिस की एक टीम दिल्ली आ गई। टीम का नेतृत्व एसआई अमरेंद्र कुमार कर रहे थे। इनके साथ सिपाही संजय व होमगार्ड हृदय नारायण यादव थे। 11 जून की राम करीब 10 बजे अपराध शाखा की टीम ने आरोपित गांव करोंठा, शिवाजी कालोनी, रोहतक, हरियाणा निवासी कमल सिंह को बिहार पुलिस के हवाले कर दिया। बिहार पुलिस की कार अपराध शाखा दफ्तर की पार्किंग में खड़ी थी।

हृदय नारायण ने कमल सिंह का हाथ पकड़ा हुआ था। संजय और हृदय कमल को गाड़ी में बिठा ही रहे थे कि अचानक उसने दोनों से धक्का-मुक्की की। वह दोनों से हाथापाई करने लगा। धक्का-मुक्की के बीच वह दोनों से हाथ छुड़ाकर वह तीन मूर्ति आवासीय परिसर की ओर भाग गया। हृदय और संजय ने उसका पीछा भी किया, लेकिन वह भागने में कामयाब रहा। बाद में 12 जून के चाणक्यपुरी थाने में होमगार्ड हृदय नारायण की शिकायत पर मामला दर्ज करवाया गया। अपनी शिकायत में हृदय ने आशंका जताई है कि कमल सिंह को भगाने में उसके सहयोगी ईश्वर सिंह और उसके परिवार का हाथ है। चाणक्यपुरी थाना पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।

कमल सिंह मूलरूप से रोहतक के करोंठा गांव का रहने वाला है। वह शराब का बड़ा तस्कर माना जाता है। बिहार में शराब पर पाबंदी की वजह से वह लगातार ट्रकों में भरकर हरियाणा से बिहार में शराब तस्करी कर रहा है। अप्रैल में बिहार पुलिस ने कमल को शराब तस्करी के आरोप में पटना एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था।

कमल की गिरफ्तारी से पूर्व पुलिस ने उसके गैंग के लोगों को गिरफ्तार कर शराब की सात हजार पेटियां बरामद की थी। कमल को गिरफ्तार करने के बाद बिहार पुलिस उसे मेडिकल करवाने के लिए अस्पताल पहुंची। लेकिन आरोपित अपने सहयोगियों की मदद से पुलिस को चकमा देकर पटना से फरार हो गया।

बिहार से फरार होने के बाद कमल दिल्ली-एनसीआर में आकर छुप गया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को जब इसका पता चला तो टीम ने आरोपित की तलाश शुरू कर दी।

इस बीच 10 जून को अपराध शाखा की इंटरस्टेट सेल ने उसे गिरफ्तार कर बिहार पुलिस को खबर दे दी। बिहार पुलिस की टीम ने कमल को लेने दिल्ली आ गई। दिल्ली पुलिस ने आरोपित को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बिहार पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन इस बार भी वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।

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