सरकार द्वारा अग्निपथ योजना लागू करने के बाद युवाओं ने योजना की जानकारी विस्तार से देने की मांग की है। युवाओं ने सवाल उठाये हैं कि योजना से युवाओं को क्या लाभ होने वाला है। कैसे भर्ती प्रक्रिया उनके लिए वरदान साबित होगी।
बागपत जिले के खेकड़ा तहसील स्थित भारत कोचिंग सेंटर पर सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवक युवतियों से 15 जून को अग्निपथ योजना को लेकर चर्चा की गयी। युवाओं ने कहा कि सकार ने योजना तो लागू कर दी लेकिन कैसे योजना का लाभ भर्ती होने वाले युवाओं को मिलेगा अभी स्पष्ट नहीं है। इससे पहले की अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं में आक्रोश फैले और कृषि कानून की तरह इस योजना का हाल हो, सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
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एमपी एमएलए की तरह मिले पेंशन
तीन साल से भर्ती की तैयारी कर रहे युवा सन्नी नैन का कहना है कि सालों की तैयारी के बाद अगर हमारी चार साल के लिए नौकरी लगे और उसके बाद हमें रिटायर कर दिया जाए तो हम फिर कहां जाएंगे। सेना में पेंशन खत्म कर दी है, जबकि पांच साल के लिए एमपी एमएलए बने लोगों को जीवन भर पेंशन दी जाती है। युवाओं का कहना है कि चार साल बाद अगर फिर नौकरी के लिए भटना है तो फिर सेना की भर्ती के लिए हम क्यों जांएगे। हम यूपी पुलिस, दिल्ली पुलिस की तैयारी करेंगे।
ये भी बड़ा सवाल
-सेना भर्ती की तैयारी कर रही शालीनी सरकार से पूछती हैं कि जब योजना ही समझ नहीं आयी तो क्या करें। चार साल बाद 12 लाख रुपये से क्या होगा। इस फैसले से कोई युवा सेना में भर्ती होने के लिए ही नहीं जाएगा।
-दो साल से तैयारी कर रही स्वाति कहती है कि चार साल के लिए तो हमारे माता पिता भी सेना की तैयारी कराने के लिए तैयार नहीं होगे। रजनी कहती है कि हम अगर सेना की तैयारी करते है तो यह सोच कर करते है कि देश सेवा होगी और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित होगा। लेकिन योजना से ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिख रहा है। अमन कहते हैं कि सेना में भर्ती होने से अच्छा है कि हम किसान के बेटे खेती पर ही ध्यान दे।
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