17 जून को दिल्ली जामा मस्जिद पहुंचकर मौलानाओं के साथ इस्लाम पर साक्षात करने की घोषणा करने वाले शिव शक्ति धाम डासना के महंत तथा महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज को पुलिस ने शिवशक्ति धाम डासना में नजरबंद कर दिया।
उन्हें नजरबंद करने से पहले पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश पटेल व मसूरी थानाध्यक्ष आर.सी. पंत ने प्रशासनिक अधिकारियों के बाद मिलकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज को समझाने की कोशिश की। हालांकि महंत का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें धमकाने की कोशिश की कि वे शुक्रवार, 17 जून को अपना दिल्ली की जामा मस्जिद जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दे। पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने इसे मना कर दिया। जिसके बाद उन्हें और उनके शिष्य अनिल यादव को वही हाउस अरेस्ट कर लिया गया।
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महाराज का आरोप
इसके बाद महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करार देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस मोहम्मद की सच्चाई सारी दुनिया के सामने आने से रोक रही है। यह एक प्रशासनिक और पुलिसिया गुंडागर्दी है जो लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है।
इस गैंगस्टर ने दी है जान से मारने की धमकी
इससे पहले, यति नरसिंहानंद ने मसूरी थाने में एक तहरीर दी, इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि आज उन्हें चार अलग-अलग नंबरों से किसे लॉरेंस बिश्नोई ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। फोन वाले ने उनसे कहा है कि अगले 2 दिनों में उनकी गर्दन काट दी जाएगी। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।