देश के विपक्षी दल इस समय राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार ढूंढ रहे हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में एक गठबंधन बना है, जिसमें एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को उम्मीदवार बनने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने नकार दिया। जिसके बाद फारुक अब्दुल्ला के नाम की चर्चा चलने लगी थी, अब सूचना मिली है कि, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर ममता बनर्जी की युक्तियां नाकाम होती जा रही हैं। फारुक अब्दुल्ला ने भी अब अपना नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की सूची से पीछे ले लिया है।
वैसे देश के विपक्षी दलों में गहन मंथन चल रहा है। राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार ढूंढने की माथापच्ची चल रही है। ममता बनर्जी, शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला समेत विभिन्न दलों के नेता दिल्ली में बैठकें कर रहे हैं। परंतु, विपक्ष के हाथ उम्मीदवार के नाम पर अभी शून्य ही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने अपना नाम पीछे ले लिया है, इसके बाद धुरी आ टिकी थी जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला पर परंतु, नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस नेता ने भी अपनी सक्रिय राजनीतिक का हवाला देते हुए अपना नाम उस सूची से बाहर करवा लिया है।
विपक्ष में टूट
देश के 22 विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें से मात्र 17 ही उपस्थित हुए। अब विपक्षी दलों द्वारा की जा रही बैठकों से कई दल अलग हैं। इनमें आम आदमी पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), बीजू जनता दल (बीजेडी), वाईएसआर कांग्रेस आदि।