रेलवे के अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) की लखनऊ टीम ने उच्च (हाईटेक) तकनीकी का सहारा लेते हुए स्पेशल एसी कोच डिजाइन किया है, जो कि एंटी वॉयरल और एंटी पैथोजेन सिस्टम से लैस होगा। इसमें सफर करने वाले यात्रियों को किसी प्रकार का वायु संक्रमण अपनी चपेट में नहीं ले पायेगा।
आरडीएसओ के महानिदेशक संजीव भुटानी ने 22 जून को बताया कि उच्च तकनीकी का सहारा लेते हुए स्पेशल एसी कोच डिजाइन की गए हैं, जोकि एंटी वॉयरल और एंटी पैथोजेन सिस्टम से लैस होंगे। इसमें सफर करने वाले यात्रियों को वायु संक्रमण अपनी चपेट में नहीं ले पायेगा। पहले फेज के तहत 25 बोगियों में यह सुविधा रहेगी, जिसके लिये रेल कोच फैक्ट्री को निर्देशित कर दिया गया है। कोच में यूपी लैंप होगा, जिसमें कोई भी संक्रमित हवा पास होते ही वह अलर्ट कर देगा।
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उत्तर रेलवे ने जारी किया टेंडर
उन्होंने बताया कि आने वालो दो साल के भीतर दिल्ली-मुम्बई और दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनें स्वदेशी प्रणाली ”कवच” से लैस की जाएंगी। इसके लिये उत्तर रेलवे ने टेंडर भी जारी कर दिया है। इसी प्रकार मालगाड़ी को 130 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने के लिए डिजाइन बनाया जाएगा।